Report: बीसीसीआई यह बड़ा फैसला लेने को तैयार, घरेलू क्रिकेटर हो जाएंगे करोड़पति

पिछले दिनों ऐसे हालात हुए कि बीसीसीआई को यह फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा. और बोर्ड ने तमाम पक्षकारों से सलाह मांगी है

Report: बीसीसीआई यह बड़ा फैसला लेने को तैयार, घरेलू क्रिकेटर हो जाएंगे करोड़पति

BCCI का लोगो

नई दिल्ली:

पिछले कुछ सालों में इंडियन प्रीमियर लीग (IPK 2023) जैसे-जैसे फली-फूली है, तो वहीं घरेलू क्रिकेट (रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी आदि) के हालात काफी अजीब हुए हैं. सीनियर खिलाड़ी कितना महत्व दे रहे हैं, यह कुछ महीने पहले श्रेयस अय्यर और इशान किशन मामले में सभी ने देखा. बहरहाल, अब काफी मंथन के बाद बीसीसीआई ने बड़ा फैसला लेने का मन बना लिया है. BCCI ने अपनी ओर से घरेलू क्रिकेटर की सैलरी बढ़ाने का फैसला ले लिया है. हालांकि, इसे फिलहाल उसने चयन समिति को भेजकर उससे सुझाव मांगे हैं कि इस विचार पर अमल कैसे किया जाएगा. लागू होने के बाद घरेलू खिलाड़ियों को दो गुनी सैलरी मिलेगी. और अगर कोई खिलाड़ी पूरा सीजन खेलने में सफल रहता है, तो वह आसानी से एक करोड़ रुपये तक की रकम एक सीजन में कमा सकता है. इससे उन घरेलू खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा और पैसा मिलेगा, जो आईपीएल में नहीं खेल पाते हैं.  

वर्तमान में मिलता है इतना पैसा

वर्तमान में भारतीय बोर्ड ऐसे खिलाड़ियों को प्रतिदिन मैच साठ हजार रुपये का भुगतान करता है, जो चालीस से ज्यादा मैच खेल चुके हैं. वहीं, पचास हजार रुपये उन खिलाड़ियों को मिलते हैं, इक्कीस से चालीस मैच खेल चुके हैं. चालीस हजार रुपये प्रति मैच उन खिलाड़ियों को मिलते हैं, जो बीस मैच खेल चुके हैं. इसी श्रेणी के हिसाब से तीस हजार, पच्चीस हजार और बीस हजार रुपये रिजर्व खिलाड़ियों को मिलते हैं. इस पैमाने पर अगर कोई टीम फाइनल में पहुंचती है, तो इस हिसाब से सीनियर क्रिकेटर पच्चीस लाख और बाकी खिलाड़ी बाइस से सत्रह लाख रुपये पूरे सीजन में कमाते हैं. 

अंतिम फैसले के बाद मिलेगा इतना पैसा

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जानकारी के मुताबिक बीसीसीआई अलग-अलग योजनाओं पर विचार कर रहा है, लेकिन बोर्ड के तमाम अधिकारी इस बात को लेकर एकमत हैं कि घरेलू क्रिकेट में खेल रहे सीनियर खिलाड़ियों का वेतन कम से कम दोगुना होना चाहिए. फैसला लागू होने के बाद घरेलू क्रिकेटर सीजन में दस मैच खेलने के बाद एक करोड़ से पिचहत्तर लाख रुपये एक सीजन में कमा सकेंगे. अब देखते हैं कि अगरकर एंड कंपनी बोर्ड को क्या सलाह देती है, लेकिन बीसीसीआई ने तो मन बना लिया है. बोर्ड सिर्फ लागू करने के तरीकों पर विचार कर रहा है.