जब जावेद मियांदाद को मारने के लिए सकलैन मुश्ताक ने उठाया था बल्ला
खास बातें
- जावेद मियांदाद को मारने के लिए सकलैन मुश्ताक ने उठा लिया था बल्ला
- सकलैन मुश्ताक ने यू-ट्यूब वीडियो में किया खुलासा
- सकलैन मुश्ताक ने कहा, मेरी नादानी थी
पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर सकलैन मुश्ताक (Saqlain Mushtaq) ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर पूर्व क्रिकेटर और पूर्व पाकिस्ताननी कोच जावेद मियांदाद (Javed Miandad) के साथ हुए अपनी लड़ाई को लेकर खुलासा किया. सकलैन मुश्ताक ने कहा कि 1996 वर्ल्डकप में मैं उनके साथ खेला था. 1996 वर्ल्डकप उनका आखिरी वर्ल्डकप था. खिलाड़ी के तौर पर साथ खेलने को दौरान हमारी दोस्ती काफी अच्छी थी. लेकिन जब वो पाकिस्तान की टीम के कोच बनकर आए तो मुझे नहीं पता कि क्या हुआ लेकिन मुझे लगातार टीम से बाहर किया जाने लगा. यहां तक कि मैं जब काउंटी क्रिकेट खेलने के लिए बाहर जाता तो बोर्ड मुझे जानबूझकर नहीं जाने देता था. सकलैन मुश्ताक ने कहा कि उस दौरान वो अच्छा परफॉर्मेंस करने के बाद भी टीम से बाहर हो रहे थे. साल 2001 के न्यूजीलैंड दौरे पर भी मुझे टीम में चुना गया लेकिन मियांदाद ने मुझे रेस्ट करने के लिए कहा. मैं लगातार अच्छा परफॉर्मेंस कर रहा था लेकिन पता नहीं मुझे प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया जा रहा था. न्यूजीलैंड में वनडे सीरीज के दौरान परफॉर्मेंस खराब हुआ था उसका श्रेय मैं खुद को देता हूं. मैं ज्यादा आत्मविश्वास में उन दिनों रहता था. मुझे लगता था कि मैं किसी भी छोर से गेंदबाजी करूंगा तो अच्छा ही करूंगा. यही कारण रहा था कि एक ओवर मेरे से अच्छा नहीं गया और फिर अगले मैच से मुझे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
इस एक परफॉर्मेंस के बाद मुझे टेस्ट सीरीज से बाहर करने का फैसला किया गया. जावेद भाई ने मुझे वापस जाने के लिए कहा. मुझे पता था कि इसमें मियांदाद साहब की कोई गलती नहीं है, जो भी हो रहा है वो बोर्ड कर रहा है. हालांकि उस सीरीज में मोईन खान (Moin Khan) कप्तान थे, उन्होंने कोच मियांदाद से कहा कि टेस्ट सीरीज में सकलैन चाहिए, आप बोर्ड से जाकर बात करें. काफी कुछ होने के बाद मुझे टेस्ट सीरीज में रखा गया. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले ही टेस्ट सीरीज 8 विकेट लिए. वहीं, अगले टेस्ट में मैंने शतक भी जमाया. जिसके बाद मेरे जो भी आलोचक थे जो गंदी राजनीति चलाने वाले थे उनके मुंह पर तमाचा पड़ा.
मुश्ताक ने अपने वीडियो में कहा कि इसके बाद भी उनको लेकर टीम में राजनीति चलती रहती थी. कुछ लोग मुझे काउंटी में खेलते हुए नहीं देखना चाहते थे. इन सभी बातों से मैं खासा परेशान हो गया था. ऐसे में मैंने सीधा कोच जावेद मियांदाद से इस बारे में बात की लेकिन उन्होंने मुझे सिर्फ कहा कि बतातें हैं, इतना कहकर वो मेरी बातों को टालने लगे. 15 दिन ऐसे ही गुजर गए. इसके बाद मेरी और जावेद मियांदाद के साथ नोकझोंक हो गई. मैदान पर भी अभ्यास सत्र के दौरान मियांदाद के साथ मेरी तू-तू मैं-मैं हो गई. उस दौरान मैं यंग था, बेवकूफ था. मुझे गुस्सा इतना आया कि मैंने बदतमीजी कर डाली और बैट उठाकर अपने गुस्सा का इजहार किया.
दुनिया में
67,69,38,430मामले
62,55,71,965सक्रिय
4,44,81,893ठीक हुए
68,84,572मौत
कोरोनावायरस अब तक 200 देशों में फैल चुका है. January 9, 2024 10:54 am बजे तक दुनियाभर में कुल 67,69,38,430 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 68,84,572 की मौत हो चुकी है. 62,55,71,965 मरीज़ों का उपचार जारी है और 4,44,81,893 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. .
भारत में
4,50,19,214 475मामले
3,919 -83सक्रिय
4,44,81,893 552ठीक हुए
5,33,402 6मौत
भारत में, 4,50,19,214 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 5,33,402 मौत शामिल हैं. January 9, 2024 8:00 am बजे तक भारत में सक्रिय मामलों की संख्या 3,919 है और 4,44,81,893 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.
राज्यवार व जिलावार विवरण
मुश्ताक ने कहा कि उस समय साथी खिलाड़ियों ने मुझे समझाया. इसके बाद जब बातें कुछ शांत हुई तो सईद अनवर ने मुझे जावेद मियांदाद के घर ले गए. फिर वहां जाकर मैंने उनसे माफी मांगी. फिर उन्होंने मुझे गले से लगाया और हमने उनके घर पर ही खाना खाया. उसके बाद से हम दोस्त बन गए. सकलैन मुश्ताक (Saqlain Mushtaq) ने कहा कि मैं ये बातें इसलिए बता रहा हूं कि इसमें ना तो जावेद साहब की गलती थी और ना ही मेरी, इसमें जो राजनिति थी उसने ही माहौल खराब किया था. हालांकि मुश्ताक ने कहा कि मियांदाद साहब के साथ जो मैंने की वो मेरी नादानी थी उसका पश्चातापा आज भी है. पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर ने कहा कि गंदी राजनीति के कारण ही वो पाकिस्तान के कप्तान नहीं बन पाए. उन्होंने ये भी कहा कि इसी गंदी राजनीति के कारण उन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेट को छोड़ने का फैसला किया था.
VIDEO: विराट ने अपने करियर को लेकर कुछ दिन पहले बड़ा बयान दिया था.