
Paras Mhambrey gave big statement: एक समय था जब कश्मीर के युवा तेज गेंदबाज उमरान मलिक की भारतीय क्रिकेट में तूती बोला करती थी. मौजूदा समय में वह बी टीम से भी बाहर चल रहे हैं. लोग हमेशा जानने ले लिए आतुर रहते हैं कि एक समय था जब उन्हें भारतीय टीम का भविष्य माना जाता था, लेकिन मौजूदा समय में वह कहां हैं और क्या कर रहे हैं.
अगर आपका भी यही सवाल है तो इसका जवाब टीम इंडिया के पूर्व बॉलिंग कोच पारस महाम्ब्रे ने दिया है. इंडियन एक्सप्रेस के साथ हुई खास बातचीत के दौरान महाम्ब्रे ने कहा, ''मुझे लगता है कि टीम में प्रतिभा बनाना बेहद जरुरी है. किसी युवा खिलाड़ी के पास गति होना काफी अच्छी बात है और उसमें आप क्षमता भी देखते हैं. वह (मलिक) टीम में 145 से 148 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हुए आए, लेकिन मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी को देखकर प्रभावित हो जाऊं. मुझे ऐसा नहीं लगता है कि वह सही था. तेज गति से गेंदबाजी करना उनकी ताकत थी. वह काफी तेज थे. मैच के दौरान उन्हें अक्सर 140 किमी प्रति घंटे की स्पीड से गेंदबाजी करते हुए देखा जाता था. मगर वह कैसे कर पाते थे?''
महाम्ब्रे ने कहा, ''टी20 फॉर्मेट में अगर आपको अपनी गेंदबाजी पर कंट्रोल नहीं है तो आप हमेशा संघर्ष करते रहेंगे. जहां एक बार आप मैदान में संघर्ष करते हुए नजर आते हैं. वहीं आप अपने कप्तान का भरोसा खो देते हैं.'
पूर्व बॉलिंग कोच ने कहा, ''यही वजह है कि उन्हें अपनी गेंदबाजी पर कंट्रोल हासिल करने कि जरूरत है. यह तभी संभव हो पाएगा जब आप लगातार रणजी मुकाबले खेलेंगे. यही वजह है कि हम उन्हें लगातार रणजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कह रहे हैं. यहां वह कुछ समय गुजारते ही मुश्किल भरी परिस्थितियों में अपने हुनर को पहचानना शुरू कर देंगे.''
आपको बता दें कि युवा तेज गेंदबाज ने आईपीएल के दौरान करीब 157 किमी प्रति घंटे की स्पीड से गेंदबाजी करते हुए सबको चौंका दिया था. इस दौरान उन्होंने एक बड़ी भविष्यवाणी की थी. उनका कहना था कि अगर उनकी फिटनेस ने उनका साथ दिया तो वह जल्द ही शोएब अख्तर के सबसे तेज गेंद डालने के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे.
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