पाकिस्तानी पेसर वहाब रियाज ने चयन को लेकर मैनेजमेंट की समझ पर उठाया सवाल

वहाब (Wahab Riaz) बोले कि सभी खिलाड़ी अच्छे या खराब समय से गुजरता है. मेरा मानना है कि खिलाड़ी का पिछला प्रदर्शन और कड़ा परिश्रम भी ध्यान रखा जाना चाहिए.  रियाज ने कहा क अगर खिलाड़ी का अच्छे और बुरे समय में साथ दिया जाए, तो वह बेहतर प्रदर्शन कर सकता है. यह वह बात है, जिसमें सुधार की जरूरत है.

पाकिस्तानी पेसर वहाब रियाज ने चयन को लेकर मैनेजमेंट की समझ पर उठाया सवाल

पाकिस्तानी सीमर वहाब रियाज ने एक अहम बात कही है

लाहौर:

पाकिस्तानी मीडियम पेसर वहाब रियाज (Wahab Riaz) ने टीम मैनेजमेंट पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि देश में कुछ ऐसा 'सिस्टम' बन गया है कि एक या दो प्रदर्शन के आधार पर ही खिलाड़ियों का राष्ट्रीय टीम में चयन कर लिया जाता है. वहाब रियाज ने पाकिस्तान के लिए 27 टेस्ट, 91 वनडे और 36 टी20 मुकाबले खेले है. वहाब ने यह भी कहा कि खिलाड़ियों का टीम में चयन करते हुए उसके पिछले प्रदर्शन को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए. वहाब ने एक वेबसाइट से बातचीत में कहा कि आप पूरी तहर से मैनेजमेंट को दोष नहीं दे सकते. जहां तक प्रदर्शन का सवाल है, तो हम  बतौर खिलाड़ी कुछ गलतियां कर चुके हैं. लेकिन मैं सोचता हूं कि जिस बात में बदलाव की जरूरत है, वह यह है कि किसी खिलाड़ी को सिर्फ एक या दो मैचों के आधार पर ही नहीं आंका जाना चाहिए. ऐसा हमारे ही नहीं, बल्कि किसी के भी साथ नहीं होना चाहिए. लेकिन पाकिस्तान में यह सिस्टम सा बन गया है कि किसी भी खिलाड़ी को एक या दो प्रदर्शन के आधार पर ही आंका जाने लगता है.

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वहाब बोले कि सभी खिलाड़ी अच्छे या खराब समय से गुजरता है. मेरा मानना है कि खिलाड़ी का पिछला प्रदर्शन और कड़ा परिश्रम भी ध्यान रखा जाना चाहिए.  रियाज ने कहा क अगर खिलाड़ी का अच्छे और बुरे समय में साथ दिया जाए, तो वह बेहतर प्रदर्शन कर सकता है. यह वह बात है, जिसमें सुधार की जरूरत है. उम्मीद करता हूं कि इसमें समय के साथ सुधार होगा. वहाब  ने यह भी कहा कि खिलाड़ी के साथ संवाद भी बहुत ही महत्वपूर्ण बात है और हर खिलाड़ी को जानने की जरूरत है कि उसका क्या भविष्य है. 


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इस लेफ्टी गेंदबाज ने कहा कि संवाद एक महत्वपूर्ण बात है. खिलाड़ियों के पास हमेशा ही यह सवाल रहता है कि उन्हें क्यों बाहर किया गया. अगर, खिलाड़ी को स्पष्टीकरण दिया जाता है, तो यह वास्तविकता के आधार पर होना चाहिए. तब एक खिलाड़ी को इसे स्वीकार कर कड़ा परिश्रम करना चाहिए. यह कुछ बहानों और कुतर्कों पर आधारित नहीं होनी चाहिए. यह बात बहुत ज्यादा अंतर पैदा करती है. मैं तो यह भी सोचता हूं कि अगर कोई खिलाड़ी टीम की योजना में लंबे समय के लिए शामिल नहीं है, तो उसे बता देना चाहिए. 

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