अब मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलियाई अंपायरों की नीयत पर उठाए सवाल, किया खुलासा कि...
सिराज को कुछ दर्शकों ने "ब्राउन मंकी" कहा था सिराज (Mohammed Siraj) ने कप्तान अजिंक्य रहाणे को यह बात बताई जिन्होंने मैदानी अंपायर पॉल राइफल और पॉल विल्सन को इसकी जानकारी दी थी. सिराज ने यहां पहुंचने पर प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘मैंने आस्ट्रेलिया में अपशब्द सहे. मामला चल रहा है और देखते हैं कि मुझे इंसाफ मिलता है या नहीं. मेरा काम कप्तान को इसकी जानकारी देना था.’
- Reported by Bhasha, Edited by Manish Sharma
- Updated: January 22, 2021 11:58 AM IST

वीरवार को ऑस्ट्रेलिया दौरे (Aus vs Ind) से लौटे भारत के उदीयमान तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने दौरे में खुद पर नस्लीय टिप्पणी किए जाने के मामले में अब कंगारू अंपायरों को लेकर एक और खुलासा किया है, जो कि बहुत ही चौंकाने वाला है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) को इसका संज्ञान लिए जाने की जरूरत है. अब यह तो आप जानते ही हैं कि मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) और जसप्रीत बुमराह ने कैसे सिडनी और फिर गाबा में ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने अपने नस्लीय शब्दों से निशाना बनाया था और मैच कई बार रोकना पड़ा था, लेकिन ऐसे में जब अंपायरों की ड्यूटी कुछ और होनी चाहिए थी, तो इन्होंने एक अलग ही प्रस्ताव भारतीय टीम के सामने रखा, जो उनकी भी नीयत पर सवाल खड़ा करता है. सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज पॉल राइफल और पॉल विल्सन मैदानी अंपायर थे.
India's hero Mohammed Siraj paying homage at the grave of his father who passed away when he was on Australia tour.
— Suraj Kaul (@surajkaul4) January 21, 2021
Siraj went straight from the airport to his father's grave whose dream was that his son played for the country.????????@atahasnain53 @MohammadKaif @VVSLaxman281 pic.twitter.com/5fpiEqGPrh
यह भी पढ़ें: टी. नटराजन के गांव ने फीका किया सभी सितारों का स्वागत, सहवाग बोले कि... VIDEO
मोहम्मद सिराज ने वीरवार को कहा कि सिडनी टेस्ट में दर्शकों द्वारा नस्लीय टिप्पणियां किये जाने के बाद मैदानी अंपायरों ने उनकी टीम को तीसरा टेस्ट बीच में छोड़ने का विकल्प दिया था, जिसे कप्तान अजिंक्य रहाणे ने ठुकरा दिया. सिराज के खुलासे के बाद सवाल उठता है कि अंपायर दर्शकों की शिकायत करने के बजाय भारत को ऐसा विकल्प कैसे दे सकते थे? क्या इन्होंने मैदान छोड़ने की पेशकश कर अपना सही दायित्व और खेल भावना का निर्वाह किया? सिराज और उनके सीनियर साथी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को सिडनी में लगातार दो दिन नस्लीय टिप्पणियों का शिकार होना पड़ा जिसके बाद भारतीय टीम प्रबंधन ने मैच रैफरी डेविड बून से शिकायत की. क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने बाद में इसके लिये माफी भी मांगी.
सिराज को कुछ दर्शकों ने "ब्राउन मंकी" कहा था सिराज ने कप्तान अजिंक्य रहाणे को यह बात बताई जिन्होंने मैदानी अंपायर पॉल राइफल और पॉल विल्सन को इसकी जानकारी दी थी. सिराज ने यहां पहुंचने पर प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘मैंने आस्ट्रेलिया में अपशब्द सहे. मामला चल रहा है और देखते हैं कि मुझे इंसाफ मिलता है या नहीं. मेरा काम कप्तान को इसकी जानकारी देना था.'ऑस्ट्रेलिया में भारत के लिये सर्वाधिक 13 विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने कहा,‘अंपायरों ने हमें मैच छोड़ने को कहा लेकिन रहाणे (भाई) ने कहा कि मैच नहीं छोड़ेंगे. हमने कोई गलती नहीं की है तो हम खेलेंगे. दर्शकों का खराब बर्ताव उनके लिये अच्छे प्रदर्शन की प्रेरणा बना. इससे मैं मानसिक रूप से अधिक मजबूत हुआ. मैंने खेल पर उसका असर नहीं पड़ने दिया.'
यह भी पढ़ें: हैदराबाद पहुंचने पर सिराज हवाई अड्डे से सीधे पिता की कब्र पर श्रृद्धांजलि देने पहुंचे
छह दर्शकों को उस घटना के बाद मैदान से निकाल दिया गया और क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है. सिराज ने कहा कि अभी उनके करियर की शुरूआत ही हुई है और भारत के लिये लंबे समय तक खेलना है तो वह इत्मीनान से नहीं बैठ सकते. उन्होंने कहा ,‘मैने कभी सीनियर गेंदबाजों की जगह लेने के बारे में नहीं सोचा, लेकिन सीनियर खिलाड़ियों के चोटिल होने पर पूरी टीम ने मुझ पर भरोसा जताया. यह चुनौतीपूर्ण था और मुझ पर दबाव भी था. लेकिन मैं इत्मीनान से नहीं बैठ सकता. मैं भारत के लिये खेलना और अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं. मैं इस लय को कायम रखना चाहता हूं. मैं नहीं चाहता कि यह कामयाबी मेरे सिर चढे़. मुझे भविष्य के लिये लक्ष्य तय करने हैं.'
यह भी पढ़ें: लगी चोटों पर पुजारा दो साल की बेटी की मासूम प्रतिक्रिया से हुए भावुक, आप भी इमोशनल हो जाएंगे
Promoted
सिराज ने कहा,‘मुझे इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में इस आत्मविश्वास को बनाये रखना है. टीम प्रबंधन मुझे जो भी भूमिका देगी, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा. नियमित कप्तान और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के उनके कप्तान विराट कोहली ने उनके कैरियर में प्रेरक की भूमिका निभाई है.' उन्होंने कहा, 'आईपीएल 2018 मेरे लिये अच्छा नहीं रहा लेकिन विराट भाई ने मेरा साथ दिया. आरसीबी ने मुझे निकाला नहीं और विराट भाई ने कहा कि मुझमें क्षमता है और ज्यादा सोचे बिना प्रदर्शन पर फोकस रखना है.
VIDEO: कुछ दिन पहले विराट ने करियर को लेकर बड़ी बात कही थी.