अब केएल राहुल और हार्दिक पंड्या को बीसीसीआई लोकपाल से मिली यह सजा, लेकिन सवाल यह है कि...

अब केएल राहुल और हार्दिक पंड्या को बीसीसीआई लोकपाल से मिली यह सजा, लेकिन सवाल यह है कि...

हार्दिक पंड्या और केएल राहुल करण जोहर के साथ (फाइल फोटो)

खास बातें

  • लोकपाल के समक्ष दोनों खिलाड़ियों फिर मांगी माफी
  • बीसीसीआई सीओ राहुल जौहरी ने भी बोर्ड का पक्ष रखा
  • जस्टिस जैन ने फैसले में दिए अहम निर्देश
नई दिल्ली:

कुछ महीने पहले करण जोहर के शो कॉफी विद करण में दिए गए विवादित बयान के लिए अब केएल राहुल (KL Rahul) और हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) को बीसीसीआई के हालिया नियुक्त लोकपाल ने सजा सुना दी है. दोनों खासकर हार्दिक पंड्या ने शो में महिलाओं को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके लिए दोनों ही आम से लेकर खास बहुत ही तीखी आलोचना की थी. हार्दिक पंड्या और केएल राहुल दोनों ही फिलहाल कुछ दिन बाद इंग्लैड में खेले जाने वाने वाले वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा हैं. बीसीसीआई के लोकपाल ने दोनों में से प्रत्येक पर बीस-बीस लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. और यह रकम दोनों की अलग-अलग काम पर खर्च करनी होगी. 

अब बीसीसीआई के लोकपाल न्यायधीश डीके जैन ने इन दोनों की टिप्पणी को 'सामूहिक अविवेक' करार दिया. यह पूरा विवाद जनवरी के पहले हफ्ते में प्रसारित करण जोहर के शो कॉफी विद करण के साथ शुरू हुआ था. इसके बाद जस्टिस विनोद राय की अध्यक्षता में काम कर रही क्रिकेट प्रशासकीय कमेटी (सीओए) ने तुरंत ही दोनों के खिलाफ कार्रवाई की थी. हालांकि, तब उस समय बोर्ड में लोकपाल या एथिक्स ऑफिसर न होने के कारण मामले की जांच नहीं हो सकी थी. और इसी के कारण यह निर्णय लिया गया था कि खिलाड़ियों को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित नहीं किया जा सकता. 

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ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई सीरीज से बाहर रहने के बाद इन्होंने टीम इंडिया में वापसी की. इसके बाद लोकपाल की नियुक्ति होने के तुरंत बाद ही हार्दिक और केएल राहुल का केस लोकपाल को सौंप दिया गया. लोकपाल ने इन दोनों ने 2 अप्रैल को नोटिस भेजकर 9 और 10 अप्रैल को सुनवाई के लिए उपस्थित होने को कहा. दोनों ने ही फिर से माफी मांगी, तो वहीं बोर्ड सीईओ राहुल जौहरी भी बीसीसीआई की तरफ से जैन के समक्ष पेश हुए. राहुल ने लोकपाल के सामने इस मामले में बोर्ड के नजरिए, पांच मैचों के निलंबन और मैच फीस की सजा की बात की जानकारी दी. 

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जस्टिस जैन बीसीसीआई की बात से समहत हुए, लेकिन उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं को ध्यान में लेते हुए खासकर यह देखते हुए खिलाड़ियों ने तुरंत ही घटना के लिए माफी मांग ली है, इन खिलाड़ियों ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी की बात को स्वीकार किया है. वहीं उन्होंने भविष्य में उनसे उम्मीद किए जाने वाले उच्च स्तरीय बर्ताव के प्रति खरा खरा उतरने की बात कही है. ये खिलाड़ी पांच मैचों का निलंबन भी झेल चुके हैं. इसके बाद लोकपाल जैन ने दोनों ही खिलाड़ियों सजा के रूप में सामाजिक कार्यों पर 20-20 लाख रुपये खर्च करने का आदेश सुनाया. 

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इसके तहत जस्टिस जैन ने दोनों ही खिलाड़ियों जहां पैरा-मिलिट्री फोर्स की दस सबसे जरूरतबंद विधवाओं को एक-एक लाख रुपये देने का आदेश दिया, तो वहीं इसके तहत उन्होंने बाकी दस-दस लाख रुपये दृष्टिहीन क्रिकेट के विकास पर खर्च करने का निर्देश केएल राहुल और हार्दिक को दिया. बहरहाल, लोकपाल के इस फैसले के बाद क्रिकेटप्रेमियों में इस बात की चर्चा है कि इन दोनों को खिलाड़ियों को जरूरत से ज्यादा ही सजा मिल गई है. इनके चाहने वाले कह रहे हैं कि जब ये दोनों पांच मैचों का निलंबन और मैच फीस की सजा पहले ही झेल चुके हैं, तो एक ही मामले में दोबारा सजा क्यों दी गई