लखनऊ के अफगानी पेसर नावेन-उल-हक
खास बातें
- वो नावेन इतने मासूम न थे...!
- घटना की जड़ में नावेन मुख्य दोषी !
- इतने सस्ते में कैसे छूट गए नावेन?
नई दिल्ली: अब जबकि पूरे क्रिकेट जगत में सोमवार को लखनऊ सुपर जॉयंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (LSG vs RCB) के बीच खेले गए मुकाबले में विराट कोहली (Virat Kohli) और गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के शर्मसार करने वाले बर्ताव को लेकर बहस और चर्चा अभी भी जोर-शोर से जारी है, तो वहीं घटना को लेकर नए तथ्य भी सामने आए हैं, जो बताने के लिए काफी हैं कि अफगानी पेसर नावेन-उल-हक (Naveen-Ul-Haq) उतने मासूम नहीं हैं, जितने वह इस मामले में दिख रहे हैं, या जितनी कम सजा में वह बच कर निकल गए. एक बड़े वर्ग का मानना है कि दोनों भारतीय खिलाड़ियों की तुलना में यह पेसर सस्ते में छूट गया. जहां विराट और गंभीर पर उनकी कुल मैच फीस का प्रतिशत जुर्माना लगा, तो नावेन को पचास प्रतिशत फीस सजा के तौर पर गंवानी पड़ी थी. लेकिन इस घटना के बाद जहां नावेन से जुड़ी इसी तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, तो एक नया तथ्य भी सामने आया है.