सेमीफाइनल में हार के बाद दुखी भारतीय खिलाड़ी
खास बातें
- इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल से ड्रॉप किया था मिताली को
- पूर्व क्रिकेटरों और मीडिया ने की थी कड़ी आलोचना
- बीसीसीआई कर रहा है मामले की जांच, सीओए को रिपोर्ट भेजी जाएगी
मुंबई: आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में अंतिम-11 खिलाड़ियों के चयन के मुद्दे पर भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर और मिताली राज सोमवार को यहां टीम प्रबंधक त्रुप्ति भट्टाचार्य के साथ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सीईओ राहुल जौहरी से मिलीं. सूत्रों के अनुसार, दोनों खिलाड़ियों ने बीसीसीआई के अन्य अधिकारियों से भी मुलाकात की और सेमीफाइनल मुकाबले में अंतिम-11 खिलाड़ियों के चयन को लेकर हुए मामले में अपने विचार साझा किए. भारत को विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ आठ विकेट से करारी हार झेलनी पड़ी थी.
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फॉर्म में चल रही अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज को इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम-11 में शामिल नहीं किया गया था. मैच के बाद हरमनप्रीत ने यह भी कहा कि उन्हें कोई पछतावा नहीं है. लेकिन भारतीय टीम की इंग्लैंड के हाथों हार के बाद मिताली राज को इलेवन से बाहर बैठाने के मामले ने बहुत ही ज्यादा तूल पकड़ लिया था. और हरमनप्रीत कौर और टीम मैनेजमेंट पूर्व क्रिकेटरों सहित मीडिया के निशाने पर आ गए थे.
सूत्रों के अनुसार, खिलाड़ी बीसीसीआई के महाप्रबंधक (परिचालन) सबा करीम से मिले और ऐसा माना जा रहा है कि जौहरी एवं करीम इस मामले की रिपोर्ट प्रशासकों की समिति (सीओए) को सौपेंगे. हालांकि, यह साफ नहीं हो सका कि इन दोनों खिलाड़ियों ने जौहरी और करीम के सामने अपना क्या पक्ष रखा.
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इस बीच,रमेश पोवार के भी जौहरी और करीम से बात करने की उम्मीद है. पोवार टीम के अंतरिम कोच हैं और उनका अनुबंध 30 नवंबर को समाप्त होगा. चयन के मामले के बाद उनके अपने पद पर बने रहने की उम्मीद कम है.