मदन लाल ने किया पाकिस्तानी हिंदू क्रिकेटरों को लेकर यह खुलासा

मदन लाल ने किया पाकिस्तानी हिंदू क्रिकेटरों को लेकर यह खुलासा

भारतीय पूर्व क्रिकेटर मदन लाल

नई दिल्ली:

दानिश कनेरिया विवाद और उनके साथ हुए बर्ताव पर दुखी प्रकट करते हुए भारत के पूर्व क्रिकेटर मदन लाल (Madan Lal) ने एक और खुलासा किया है.  साथ ही, पूर्व सीमर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच एक बड़ा अंतर पढ़ाई-लिखाई का रहा है.  शोएब अख्तर के पीटीवी के से साथ बातचीत में खुलासे के बाद इस समय भारत और पाकिस्तानी मीडिया और खिलाड़ियों के बीच पाकिस्तानी पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया के साथ साथी खिलाड़ियों का बर्ताव चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं, मदन लाल ने यह भी कहा कि दानिश कनेरिया जैसे प्रकरण कभी भी भारतीय क्रिकेट में नहीं हो सकते. 

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इस विषय पर 1983  वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा रहे मदन लाल ने कहा कि केवल दो हिंदू क्रिकेटरों ने ही पाकिस्तान टीम का प्रतिनिधित्व किया है. मैंने इस बात को दिल से महसूस किया कि पाकिस्तानी हिंदू क्रिकेटर हमारी ओर आकर्षित रहा करते थे और उन्हें हमारे साथ बातें करना पहुत ही पसंद था. उन्होंने कहा कि मैंने पाकिस्तान का दौरान किया है. मैंने पाकिस्तन में हिंदुओं की स्थिति देखी और निश्चित ही वहां अंतर को महसूस किया जा सकता था. 


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लाल बोले कि बतौर टीम सदस्य आपको एक-दूसरे का हौसलाअफजाई करने की जरूरत पड़ती है. पाकिस्तान और भारत के खिलाड़ियों के बीच एक बड़ा अंतर शिक्षा का है. दोनों ही देशों के खिलाड़ी बहुत ही प्रतिभाशाली हैं, लेकिन पढ़ाई-लिखाई की कमी बहुत बड़ा अंतर है. मदन लाल ने दानिश कनेरिया मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं कभी भी भारतीय ड्रेसिंग रूम में नहीं हो सकतीं.  मदन लाल ने कहा कि दानिश कनेरिया पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक रहे हैं. ऐसे में उनके साथ शोएब अख्तर द्वारा बताया गया बर्ताव बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. 

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लाल ने कहा कि अलग-अलग धर्मों के खिलाड़ियों ने भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है, लेकिन हमारे ड्रेसिंग रूम में कभी ऐसा नहीं हुआ. और न ही कभी ऐसा हो सकता.