West Indies vs India, 2nd ODI: दूसरे वनडे में विंडीज को 59 रनों से हराकर भारत ने सीरीज में हासिल की 1-0 की बढ़त

West Indies vs India, 2nd ODI: दूसरे वनडे में विंडीज को 59 रनों से हराकर भारत ने सीरीज में हासिल की 1-0 की बढ़त

WI vs IND 2nd ODI: भुवनेश्वर कुमार की शानदार गेंदबाजी कर भारत को दिलाई जीत

खास बातें

  • पहला मैच बारिश से रद्द हो गया था
  • कुछ ही देर बाद होगा टॉस
  • पिछले मैच की इलेवन के साथ उतर सकता है भारत
पोर्ट ऑफ स्पेन:

पोर्ट ऑफ स्पेन में भारत-वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे दूसरे मुकाबले में भारत ने विंडीज को 59 रनों से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए विंडीज के सामने जीत के लिए 280 रनों का लक्ष्य रखा था. इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी विंडीज की टीम 42वें ओवर में 210 रन बनाकर ढेर हो गई. बता दें कि मैच में बारिश की वजह से विंडीज टीम को डकवर्थ लुईस नियम के तहत नया लक्ष्य दिया गया था लेकिन विंडीज की पूरी टीम लक्ष्य हासिल करने से पहले ही पवेलियन लौट गई. 

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इससे पहले भारत ने विंडीज को जीतने के लिए 280 रनों का टारगेट दिया था. टीम इंडिया का इस स्कोर तक पहुंचाने में कप्तान विराट कोहली (120 रन, 125 गेंद, 14 चौके, 1 छक्का) का शानदार शतकीय योगदान रहा. टॉस जीतकर पहले बल्ला थामने के बाद भारत की शुरुआत खराब रही, जब शिखर धवन पहले ही ओवर में बिना खाता खोलने ही पवेलियन लौट गए, तो रोहित शर्मा भी ज्यादा देर पिच पर नहीं ठहर सके. लेकिन विराट कोहली ने एक छोर पर बेहतरीन टाइमिंग का नमूना पेश किया, तो युवा श्रेयस अय्यर (71 रन, 68 गेंद, 5 चौके, 1 छक्का) ने मौके का पूरा फायदा उठाते हुए कप्तान को अच्छा सहारा दिया. इन दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 125 रन की साझेदारी निभाई. और टीम इंडिया कोटे के 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर 279  रनों तक पहुंचने में कामयाब रही. कार्लोस ब्रैथवेट ने 3 विकेट चटकाए. 

पहला पावर-प्ले (1 से 10 ओवर): 30 गज के घेरे के बाहर अधिकतम सिर्फ 2 फील्डर: खराब शुरुआआत

1. धवन आदत से मजबूर !

निश्चित ही, आप विंडीज की पिचों पर ऐसे नहीं ही खेल सकते है. यह सही है कि क्वींस पार्क की पिच में गुयाना जैसा बहुत ही ज्यादा धीमापन नहीं ही था, लेकिन बावजूद इसके इतना धीमापन जरूर था कि आप बिना सेट हुए छोटा पैर निकालकर फ्लिक नहीं खेल सकते!! धवन शुरुआत से ही पहले ही ओवर से ही नहीं, बल्कि पहली ही गेंद से क्रॉस फ्लिक खेलते रहे हैं, लेकिन विंडीज पिचों पर यह  बहुत ही जोखिम भरा हो जाता है. कॉट्रेल की तीसरी गेंद पर लिए इस जोखिम या गलती की कीमत धवन को चुकानी ही पड़ी. फ्लिक में चूके, तो गेंद पैड से जा टकराई. जोरदार अपील. मामला तीसरे अंपायर के पास पहुंचा, तो एलबीडब्ल्यू करार दिए गए धवन. खाता भी नहीं खुला और भारत की शुरुआत भी बिगड़ गई. 

2. विराट को मिल गई टाइमिंग!

शिखर धवन भले ही कॉट्रेल के जाल में फंस गए, लेकिन कप्तान विराट कोहली ने पिच पर आते ही बहुत ही जल्द ही टाइमिंग हासिल कर ली. केमार रोच अगला ओवर लेकर आए, तो कोहली ने शुरुआत ही बेहतरीन ड्राइव से चौका जड़कर की. तीसरी गेंद  चौका भीतरी किनारे से आया, पर ओवर में कोहली ने दो चौके बटोरे. रोच के खिलाफ ही चौथे ओवर में ऑफ स्टंप से बाहर की गेंद को मिडविकेट  से खाली पड़े इलाके से गेंद को बाउंड्री के पार भेज कोहली ने यह भी सबूत दे दिया कि उनकी कलाई बखूबी ढंग से काम कर रही हैं! इसके बाद भी विराट ने कलाई का इस्तेमाल अच्छा किया और उन्होंने अपने सौ के स्ट्राइक रेट को बरकरार रखा. जहां रोहित एक छोर पर 'कुंद' पड़े रहे, वहीं विराट लगातार रन तलाशने की कोशिश करते दिखाई पड़े. और यह उनका ही ज्यादा असर था कि पहला पावर-प्ले मतलब 10 ओवर खत्म होने के बाद भारत का स्कोर 1 विकेट पर 61 रन था. तब कोहली के 38 गेंदों पर 38 रन थे, तो रोहित 20 गेंदों पर 9 रन बनाकर खेल रहे थे. 

दूसरा पावर-प्ले (11 से 40 ओवर): 30 गज के घेरे के बाहर अधिकतम सिर्फ 4 फील्डर: विराट रहे आकर्षण, अय्यर का अर्द्धशतक

कहना गलत नहीं होगा कि दूसरा पावर प्ले पूरी तरह से विराट कोहली के नाम रहा. शानदार टाइमिंग उन्होंने पहले ही हासिल कर ली थी. इस सेशन में उन्होंने पहले अपना 55वां अर्द्धशतक और फिर करियर का 42वां शतक तो जड़ा ही, साथ ही उन्होंने युवा श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 125 रन की साझेदारी निभाई. दूसरा पावर प्ले (40 ओवर) खत्म होने तक विराट कमोबेश दूसरे गीयर में ही बल्लेबाजी करते रहे और टीम इंडिया के स्कोर को उन्होंने 3 विकेट पर 212 रन तक पहुंचा दिया. तब विराट के 119 गेंदों पर 108 रन थे, तो श्रेयस अयर 51 गेंदों पर 55 रन बना चुके थे. 

विकेट पतन: 2-1 (धवन, 0.3), 76-2 (रोहित, 15.3), 101-3 (ऋषभ, 22.2), 226-4 (विराट, 41.3), 250-5 (श्रेयस, 45.3), 258-6 (जाधव, 46.4), 262-7 (भुवनेश्वर, 47.4)

इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया.  चलिए हम आपको बताएंगे कि विराट ने पहले बल्लेबाजी क्यों चुनी, उससे पहले दोनों देशों की इलेवन के बारे में जान लीजिए: 

वेस्टइंडीज: जेसन होल्डर (कप्तान), क्रिस गेल, एविन लुइस, शाई होप (विकेटकीपर), निकोलस पूरन, शिमरोन हेटमायर, रोस्टन चेज, कार्लोस ब्रैथवेट, केमार रोच शेल्डोन कॉट्रेल और ओशाने थॉमस

भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा,  शिखर धवन, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत, केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और खलील अहमद

चलिए यह भी जान लीजिए कि विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग क्यों चुनी

विराट कोहली: ऐतिहासिक रूप से यह पिच दूसरी पारी के दौरान धीमी हो जाती है. पिच के स्वभाव के कारण ही हमने पहले बल्लेबाजी का चयन किया. हम पहले बैटिंग कर अपनी बल्लेबाजी का प्रदर्शन करना चाहते हैं. हमारे लिए यह बात मायने नही रखती कि यह दो मैचों की सीरीज है या तीन मैचों की है. हमने टीम में भी बदलाव नहीं किया है. ऋषभ पंत नंबर चार पर खेलेंगे, जबकि श्रेयस अय्यर नंबर पांच पर.

VIDEO:  धोनी के संन्यास पर युवा क्रिकेटरों के विचार सुन लीजिए. 

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