IPL 2022: कपिल देव ने बताया कि रेडियो कमेंट्री ने कैसे कितना गहरा असर उनकी मनोदशा पर डाला

यह पुस्तक जसदेव की हिंदी में आत्मकथा ‘मैं जसदेव सिंह बोल रहा हूं', का अंग्रेजी संस्करण है. इसे उनके बेटे गुरदेव सिंह ने संकलित और संपादित किया है

IPL 2022: कपिल देव ने बताया कि रेडियो कमेंट्री ने कैसे कितना गहरा असर उनकी मनोदशा  पर डाला

भारतीय महान दिग्गज कपिल देव

नयी दिल्ली:

अपने जमाने के दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव ने कहा कि वह गुंडप्पा विश्वनाथ को अपने बचपन का आदर्श मानते हैं और इस महान बल्लेबाज को अपने सामने खेलते हुए देखने से पहले रेडियो कमेंट्री में उनकी बल्लेबाजी के बारे में सुनते थे. हिंदी खेल कमेंटेटर स्वर्गीय जसदेव सिंह की आत्मकथा ‘ऑन द विंग्स ऑफ रेडियो वेव्स - ए ब्रॉडकास्टर जर्नी' का विमोचन करते हुए कपिल ने कहा, ‘गुंडप्पा विश्वनाथ क्रिकेट में मेरे बचपन के आदर्श थे और रेडियो पर कमेंट्री सुनकर मैंने अपने मन में उनकी छवि बनायी थी. यह उससे कई साल पहले की बात है जब मैंने उन्हें अपने सामने बल्लेबाजी करते देखा.'

यह भी पढ़ें:यह खिलाड़ी तुरंत से पहले भारतीय टीम में शामिल हो, दिलीप वेंगसरकर ने कहा


यह पुस्तक जसदेव की हिंदी में आत्मकथा ‘मैं जसदेव सिंह बोल रहा हूं', का अंग्रेजी संस्करण है. इसे उनके बेटे गुरदेव सिंह ने संकलित और संपादित किया है. कपिल ने कहा, ‘मैं रेडियो पर आंखों देखा हाल सुनता था जिससे कलात्मक बल्लेबाज विश्वनाथ की मेरे दिमाग में छवि बन गयी थी. कमेंटेटर जिस तरह से उनके व्यक्तित्व और बल्लेबाजी का बखान करते थे, उससे वह मेरे लिये दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ी बन गये थे.'

यह भी पढ़ें:  KKR के खिलाफ बटलर सस्ते में हुए आउट तो सोशल मीडिया पर हुई Memes की बरसात, बने ऐसे Jokes

उन्होंने कहा, ‘खेल के टेलीविजन के जरिये घरों तक पहुंचने से पहले मेरी तरह कई युवाओं ने खिलाड़ियों को अपना आदर्श मानना शुरू कर दिया था.' जब कपिल ने 1978 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया तो विश्वनाथ भारतीय टीम के अहम सदस्य थे। बाद में ये दोनों कई वर्ष तक साथ में खेले.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

IPL से जुड़ी Latest Updates के लिए अभी NDTV Sports Hindi को सब्सक्राइब करें. Click to Subscribe