
पूर्व कप्तान डायना एडुल्जी मे समीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मिली हार क बाद भारतीय टीम को जमकर फटकार लगाई है. उन्हें ये कहने में कोई झिझक नहीं है कि भारत की अंडर-19 टीम ने दक्षिण अफ्रीका में सीनियर खिलाड़ियों से बेहतर फिल्डिंग की और उनका मानना है कि अगर 'यो यो' टेस्ट होता है तो उनमें से ज्यादातर खिलाड़ी संघर्ष करेंगी. बता दें कि 33 महीने तक बीसीसीआई को चलाने वाली सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति का भी एडुल्जी हिस्सा रह चुकी हैं. गुरुवार को केपटाउन में टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत द्वारा किए दिखाई गई फिल्डिंग से हैरान थीं.
पैरों में जान नहीं होगी तो कैसे दौड़ेंगें
"आप निश्चित रूप से विश्व कप की तैयारियों में एक कमी देख सकते हैं. उन्हें सबसे पहले फिटनेस में सुधार करने की जरूरत है, फिल्डिंग नें रनिंग बिटवीन द विकेट में सुधार के बिना आप बेस्ट नहीं बन सकते. पैरों में ताकत नहीं होगी तो आप कैसे दौड़ेंगे. "उन्हें शीर्ष पर पहुंचने के लिए पूर्ण डंडे की जरूरत है. आपको बीसीसीआई से बराबरी के खेल सहित सब कुछ मिल रहा है." "हर बार एक जीते हुए मैच के हारना अब आपकी आदत बन गई है. बीसीसीआई को एक मजबूत फैसला लेना है और खिलाड़ियों की मांगों को नहीं मानना है." एडुल्जी ने कहा, "भविष्य के लिए एक उचित रणनीति बनाएं. हमारे पास इस स्टार कल्चर के बारे में बहुत कुछ है. यह इस तरह काम नहीं करेगा."
भारतीय टीम फिर से नॉकआउट मैच के दबाव में आ गई जिससे गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को केपटाउन में पांच रन की जीत से लगातार सातवीं बार आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में प्रवेश किया. भारत के खराब क्षेत्ररक्षण और कैच लपकने के मौके छोड़ने से ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 172 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. भारत ने 28 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर (52 रन, 34 गेंद) और जेमिमा रोड्रिग्स (43 रन, 24 गेंद) के बीच चौथे विकेट के लिए 41 गेंद में 69 रन की साझेदारी से उसने मैच में वापसी की.
भारतीय टीम पांच बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले वर्ल्ड कप फाइनल में भी हार गई थी और हाल में उसे राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में भी पराजय का सामना करना पड़ा था. नॉकआउट मैच में मिली हार के बाद भारत का वर्ल्ड खिताब के लिए लंबा इंतजार और बढ़ गया. विस्फोटक बल्लेबाज शेफाली वर्मा और स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना के सस्ते में आउट होने के बाद रोड्रिग्स और हरमनप्रीत ने सुनिश्चित किया कि बाउंड्री लगती रहें. भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने एक दिन पहले तेज बुखार के बावजूद इस नॉकआउट मैच खेलने का फैसला किया, उन्होंने जेस जोनासेन पर लांग ऑन में ऊंचा छक्का जड़ा.
रोड्रिग्स शुरू से ही आक्रामक बल्लेबाजी कर रही थीं, उन्होंने एशले गार्डनर की पहली दो गेंदों पर लगातार चौके जड़े. दस ओवर के बाद भारत का स्कोर तीन विकेट पर 93 रन था और टीम जीत की ओर बढ़ती दिख रही थी. लेकिन डार्सी ब्राउन की धीमी गेंद पर रोड्रिग्स की पारी समाप्त हुई जो उनकी गेंद पर बल्ला छुआकर विकेटकीपर को कैच दे बैठी. हरमनप्रीत अपनी बेहतरीन फॉर्म में दिख रही थीं और शानदार स्ट्रोक्स लगा रही थीं. उन्होंने 15वें ओवर में जार्जिया वारेहैम पर लगातार चौके जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया. लेकिन उनके रन आउट होने से मैच का रुख ही बदल गया. वह दूसरा रन लेने के प्रयास में पवेलियन पहुंच गईं, जब एलिसा हीली ने गेंद लेकर तेजी से उन्हें रन आउट किया.
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