हैमिल्टन में सीरीज के तीसरे (3rd T20) एवं निर्णायक टी20 मुकाबले (#INDvNZ #INDvsNZ INDvsNZ 3rd T20) में स्लॉग ओवरों में दिनेश कार्तिक (नाबाद 33 रन, 16 गेंद, 4 छक्के) और क्रुणाल पंड्या (नाबाद 26 रन, 13 गेंद, 2 चौके, 2 छक्के) की बेहतरीन बल्लेबाजी और इन दोनों के बीच छठे विकेट के लिए 28 गेंदों पर नाबाद 63 रन की साझेदारी भारत को जीत के मुहाने पर पहुंचाने के बावजूद उसे जीत से नहीं नवाज सके. टीम इंडिया इस मुकाबले में जीते से सिर्फ 5 रन दूर रह गई. और चार रन से हार के साथ ही न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की इस सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया.
भारत से बैटिंग का न्योता मिलने के बाद न्यूजीलैंड ने कोटे के 20 ओवरों में 4 विकेट पर 212 रन बनाए. उसके लिए कोलिम मुनरो (72 रन, 40 गेंद, 5 चौके, 5 छक्के) ने आतिशी बल्लेबाजी की. उनके अलावा दूसरे ओपनर टिम सेईफर्ट (43 रन, 25 गेंद, 3 छक्के, 3 चौके) और ग्रैंडहोम (30 रन, 16 गेंद 3 चौके, 1 छक्का) ने उपयोगी पाारियां खेलीं. भारत के लिए कुलदीप यादव ने तीन विकेट लिए. जवाब में 213 रन के बहुत ही मजबूत टारेगट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने खराब शुरुआत के बावजूद खुद को होड़ में बनाए रखा. लेकिन एक अच्छी कोशिश के बावजूद मेहमान टीम 20 ओवरों में 6 विकेट पर 208 रन ही बना सकी. सैंटनर और डारेल मिशेल ने दो-दो विकेट लिए.
कोलिन मुनरो को मैन ऑफ द मैच और टिम सेईफर्ट को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया. लेकिन करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों और कमेंटरों को भारत की हार का मलाल रहा. इन सभी खासकर गौतम गंभीर ने हार के लिए दिनेश कार्तिक को दोषी ठहराया, जिन्होंने 20वें ओवर की तीसरी गेंद पर लांगऑन पर शॉट खेला, लेकिन एक रन लेने से इनकार कर दिया. अगर कार्तिक यह रन लेते, तो चौथी गेंद पर स्ट्राइक क्रुणाल पंड्या के पास होती. इस पर भी खराब बात यह रही कि चौथी गेंद पर कार्तिक एक ही रन निकाल सके. कार्तिक की यही गलती और उनका क्रुणाल को रन लेने से मना करना भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को बहुत ज्यादा चुभ रहा है. और ज्यादातर का मानना है कि यही चूक भारत की हार का कारण बनी.
आखिरी 6 ओवर (30 गज के घेरे के बाहर अधिकतम 5 फील्डर): कमाल की बैटिंग, पर चूक गए!
भारत को आखिरी 6 ओवरों में जीत के लिए 74 रन की दरकार थी. उम्मीद इसलिए बरकरार थी कि पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर शुरुआत करने वाले हार्दिक पंड्या (21 रन, 11 गेंद, 1 चौका, 2 छक्के) एक छोर पर थे, तो उनका साथ दिनेश कार्तिक दे रहे थे. यह जोड़ी जीत की आखिरी उम्मीद थी, लेकिन 15वें ओवर की पांचवीं गेंद पर हार्दिक आउट हुए, तो निगाहें धोनी पर जा टिकीं, लेकिन जब धोनी (2) सस्ते में आउट हो गए, तो उम्मीदें धराशायी होती दिखाई दीं. लेकिन इन करीब-करीब डेड उम्मीदों को दिनेश कार्तिक और क्रुमाल पांड्या ने अपने अंदाज से फिर से परवान चढ़ा दिया. इन्होंने स्लॉग ओवरों में बेहतरीन बल्लेबाजी से मैच में रोमांच को सबसे चरम पर पहुंचा दिया, लेकिन निराशाजनक यही रहा कि जब आखिरी ओवरों में भारत को जीत के लिए 16 रन बनाने थे, तो ये दोनों मिलकर 11 रन ही बना सके.
बीच के 8 ओवर (30 गज के घेरे के बाहर अधिकतम 5 फील्डर): महत्वपूर्ण विकेट गंवाए भारत ने
इस दौरान ने बहुत ही तेजी से रन बटोरे, लेकिन नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे. इन आठ ओवरों के भीतर भारत ने तीन विकेट गंवाए. और ये तीनों ही बल्लेबाज अच्छे रन बनाकर सेट हो चुके थे. विजय शंकर (43 रन, 28 गेंद, 5 चौके, 2 छक्के) ने एक बार फिर से खुद को तीसरे नंबर पर भेजे जाने के फैसले को सही साबित किया, तो ऋषभ पंत (28 रन, 12 गेंद, 1 चौका, 3 छक्के) अपनी अति आक्रामकता को अंजाम नहीं दे सके. वहीं, रोहित शर्मा (38 रन, 32 गेंद, 3 चौके) भी 14वें ओवर की आखिरी गेंद पर पवेलियन लौट गए, तो भारत के हाथ से एक बार को मैच निकलता दिखाई पड़ा. इसी के साथ ही आखिरी 6 ओवरों में भारत का चैलेंज भी बहुत ज्यादा बढ़ गया.
पावर प्ले (शुरुआती 6 ओवनर, 30 गज के घेरे के बाहर सिर्फ 2 फील्डर) : पावर पर विजय की कोशिश!
1. जरूरत पर फिर चूके धवन
अब जब टीम इंडिया 213 रनों के टारेगट का पीछा कर रही थी, तो भारत को न्यूजीलैंड जैसी ही आतिशी शुरुआत की जरूरत थी. लेफ्टआर्म स्पिनर मिशेल सैंटनर पहला ही ओवर लेकर आए, तो धवन ने उन्हें चौका जड़कर तेवर दिखाए, लेकिन पांचवीं गेंद पर ही उन्होंने धवन के तेवरों पर ब्रेक लगा दिया. इसी के साथ ही करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों की आतिशी शुरुआत की उम्मीदें भी हवा-हवाई हो गईं.
2. शंकर-रोहित ने निकाला करीब 10 का औसत
शिखर धवन के सस्ते में पवेलियन लौटने का असर रोहित शर्मा और नए बल्लेबाज विजय शंकर ने अपने रवैये पर पड़ने नहीं दिया. शंकर ने कजेलजिन के फेंके तीसरे ओवर में ही दो चौके जड़कर अपने इरादे साफ कर दिए. साउदी पाचवां ओवर लेकर आए, तो रोहित ने भी दो चौके जड़कर अपने हाथ खोल लिए. दोनों का मिलाजुला असर यह रहा कि पावर-प्ले के छह ओवर खत्म होने के बाद भारत 1 विकेट पर 57 रन बना चुका था.
विकेट पतन : 6-1 (धवन, 0.5), 81-2 (विजय, 8.3), 121-3 (पंत, 12.2), 141-4 (रोहित, 13.6), 145-5 (हार्दिक, 14.5). 145-6 (धोनी, 15.2)
इससे पहले न्यूजीलैंड पहले बैटिंग करते हुए भारत को जीतने के लिए 213 रन का मजबूत लक्ष्य दिया . न्यूजीलैंड को इस बेहतरीन स्कोर तक पहुंचाने में सेईफर्ट (43) , बहुत ही आतिशी पारी खेलने वाले कोलिन मुनरो (76) और ग्रैंडहोम (30) का योगदान रहा. इन बल्लेबाजों की कोशिश से न्यूजीलैंड कोटे के 20 ओवरों में 4 विकेट पर 212 रन बनाने में कामयाब रहा. भारत के लिए कुलदीप यादव ने दो और भुवनेश्वर व खलील अहमद ने एक-एक विकेट लिया.
आखिरी 6 ओवर (30 गज के घेरे के बाहर अधिकतम 5 खिलाड़ी):
14 ओवर की समाप्ति के बाद न्यूजीलैंड का स्कोर 2 विकेट पर 140 रन था. और यहां से न्यूजीलैंड बडे़ स्कोर की जाता दिख रहा था. और इसे बढ़ाने का काम किया ग्रैंडहोम ने, जिन्होंने क्रुणाल पंड्या के फेंके 16वें ओवर में 16 रन बटोर डाले. उनकी यह मारकाट जारी रही. 19वें ओवर में भुवनेश्वर ने उन्हें चलता जरूर किया, लेकिन अपने आतिशी तेवरों से न्यूजीलैंड को दौ सो कौ तरफ धकेल दिया, तो रॉस डेलर ने खलील के आखिरी ओवर में 12 रन बटोरते हुए न्यूजीलैंड को 212 का स्कोर दिला दिया. कुल मिलाकर न्यूजीलैंड ने आखिरी 6 ओवरों में 72 रन बनाए.
बीच के 8 ओवर (30 गज के घेरे के बाहर अधिकतम 5 फील्डर): सिर्फ एक ही विकेट मिला भारत को
1. कुलदीप ने खोला खाता
कुलदीप यादव ने सातवें ही ओवर में सेईफर्ट (43) को धोनी के हाथों बेहतरीन स्टंप करा साबित किया पावर-प्ले का छठा ओवर क्रुणाल पंड्या को सौंपना रोहित का एक गलत फैसल था. लेकिन यह बीच के ओवरों में भारत को मिलने वाला इकलौता विकेट रहा.
2. मुनरो का आतिशी अर्द्धशतक
मानो यह कोलिन मुनरो का दिन था और सेईफर्ट के आउट होने से उनके आतिशी तेवरों पर कोई असर नहीं पड़ा. उनके बल्ले से स्ट्रोक लगातार निकलते रहे. मुनरो ने 10वें ओवर में कुलदीप को छक्का जड़ा, तो 11वें ओवर की पहली ही गेंद पर क्रुणाल पंड्या को छक्का जड़कर सिर्फ 23 गेंदों पर अपना अर्द्धशतक जड़ डाला.
3. और खलील ने कैच टपका दिया.
न्यूजीलैंड पारी 13वां ओवर हार्दिक पंड्या लेकर आए. और धुआंधार बैटिंग कर रहे कोलिन मुनरो का आसान कैच पहली ही गेंद पर खलील अहमद ने टपका दिया. इस समय मुनरो 33 गेंदों पर 60 रन बना चुके थे. कैच टपका, तो मुनरो ने इसे दोनों हाथों से भुनाया. मुनरो ने इस ओवर में 1 छक्का और दो चौके जड़ते हुए 17 रन बटोर डाले. इसके बाद 14वां ओवर लेकर आए कुलदीप यादव ने मुनरो को और मार लगाने की इजाजत नहीं दी और दूसरी ही गेंद पर हार्दिक के हाथों लपकवा कर उनकी आतिशी पारी का अंत कर दिया. 14वें ओवर के बाद न्यूजीलैंड का स्कोर 2 विकेट के नुकसान पर 140 रन था.
पावर प्ले (शुरुआती 6 ओवर, 2 फील्डर 30 गज के घेरे के बाहर): ओपनरों ने दिखाई पावर
कभी शोला, तो कभी शबमन. न्यूजीलैंड के दोनों ओपनर सेईफर्ट और कोलिन मुनरो का रवैया कुछ ऐसा ही रहा. लेकिन कुल मिलाकर इन दोनों ने शुरुआती छह ओवरों में भारतीय गेंदबाजों पर डाका डाल दिया. और यह लूट आई खलील अहमद के फेंके चौथे और पिछले मैच के हीरो क्रुणाल पंड्या के छठे ओवर में. खलील चौथा ओवर लेकर आए, तो सेईफर्ट ने एक छक्के और चौके के साथ 16 रन बटोर डाले. पावर-प्ले का आखिरी व छठा ओवर बहुत ही महत्वपूर्ण था. रोहित ने गेंद उम्मीदों के साथ थमाई क्रुणाल पंड्या को. लेकिन क्रुणाल को टी20 के हकीकत के दर्शन हो गए! सेईफर्ट और मुनरो दोनों ने क्रुणाल को धुना. एक-एक छक्का दोनों ने मारा. एक चौका भी आया. और क्रुणाल पंड्या ने इस ओवर में दे डाले पूरे 20 रन. और पावर-प्ले (6 ओवर बाद ) न्यूजीलैंड का स्कोर था बिना किसी नुकसान के 66 रन. तब सेईफर्ट 36 और मुनरो 29 पर थे
विकेट पतन: 80-1 (सेईफर्ट, 7.4), 135-3 (मुनरो, 13.2), 150-3 (विलियमसन, 14.4), 193-4 (ग्रैंडहोम, 18.2)
इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. उसने अपनी इलेवन में एक बदलाव किया. और युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) की जगह कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को टीम में शामिल किया गया है.न्यूजीलैंड टीम में भी एक बदलाव है. ब्लेयर टिकनर न्यूजीलैंड के लिए अपने टी-20 करियर का आगाज करेंगे. जो भी टीम यह मुकाबला जीतेगी, सीरीज पर उसी का 2-1 से कब्जा हो जाएगा.मैच के लिए दोनों देशों की फाइनल इलेवन इस प्रकार रहीं:
न्यूजीलैंड: केन विलियमसन (कप्तान), टिम सेइफर्ट (विकेटकीपर), कोलिन मुनरो, डारेल मिशेल, रॉस टेलर, कोलिन डि ग्रैंडहोम, मिशेल सैंटनर, स्कॉट कुगलेजिन, टिम साउदी, ईश सोढ़ी और ब्लेयर टिकनर
VIDEO: ऑस्ट्रेलिया दौरे में विराट कोहली एडिलेड टेस्ट में जीत के बाद कप्तान विराट कोहली.
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, ऋषभ पंत, विजय शंकर, एमएस धोनी (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक, हार्दिक पंड्या, क्रुणाल पंड्या, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार और खलील अहमद