हैदराबाद: राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए पहले टी-20 में भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 94 रन बनाए. उनकी इस पारी के दो हिस्से रहे. पहले हिस्से में कोहली संघर्ष करते दिखे और सिर्फ 20 गेंदों पर 20 रन ही बना पाए, लेकिन इसके बाद मौजूदा समय के महान बल्लेबाजों में शुमार कोहली ने अगली 30 गेंदों पर 74 रन बटोरे और विंडीज गेंदबाजों को सीमारेखा के पार भेजते रहे.
यह भी पढ़ें: शानदार जीत, पर युवराज सिंह ने उठायी टीम विराट पर उंगली
कोहली ने मैच के बाद कहा था कि युवा इस मैच में उनकी पहले हिस्से की बल्लेबाजी न देखें क्योंकि इसमें कई खामियां थीं. वहीं कोहली ने साथ ही कहा है कि वह एक प्रारूप का विशेषज्ञ नहीं बनना चाहते. उन्होंने कहा, "मैं अपने खेल में ज्यादा बदलाव नहीं करना चाहता क्योंकि मैं तीनों प्रारूपों में खेलता हूं, मैं तीनों प्रारूपों में रन करना चाहता हूं. मैं किसी एक प्रारूप का विशेषज्ञ बल्लेबाज नहीं बनना चाहता.
यह भी पढ़ें: अब्दुल रज्जाक के जसप्रीत बुमराह को लेकर 'बचकाना' बयान पर Irfan Pathan का पलटवार
उन्होंने कहा कि जब आप बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हो तो आपके सामने कई तरह की ध्यान भटकाने वाली चीजें आती हैं, लेकिन कुछ खाली गेंदों के बाद, खेल आपको उस स्थिति में ला देते है जहां आप अपने खेल को बनाए रखते हुए अपने शॉट्स लगा सकते हैं"
VIDEO: पिंक बॉल बनने की कहानी, स्पेशल स्टोरी.
कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 50 गेंदों का सामना किया था और छह चौके और छह छक्के मारे थे. उन्होंने सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (62) के साथ दूसरे विकेट के लिए 100 रनों की साझेदारी निभाई.