खास बातें
- पृथ्वी शॉ ने लगाई रिकॉर्डों की झड़ी
- पहले ही टेस्ट में शतक जड़ने वाले सबसे युवा भारतीय
- पहले ही टेस्ट में दुनिया का तीसरा सबसे तेज शतक
राजकोट: मुंबई के 18 साल के युवा क्रिकेटर पृथ्वी शॉ विंडीज के खिलाफ राजकोट में शुरू हुए पहले टेस्ट (मैच रिपोर्ट) में कप्तान विराट कोहली के हाथों टेस्ट कैप हासिल करते ही भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 293वें क्रिकेटर बन गए. पृथ्वी शॉ वरिष्ठ साथी केएल राहुल के साथ पारी की शुरुआत करने उतरे और पहली ही गेंद से बिल्कुल भी नहीं लगा कि यह युवा बल्लेबाज अपना पहला टेस्ट खेल रहा है. और पहले ही टेस्ट में शतक जड़ने के साथ ही पृथ्वी शॉ ने एक नहीं बल्कि कई रिकॉर्ड अपनी झोली में डाल लिए. चलिए पृथ्वी शॉ से जुड़ी 10 अहम बातों के बारे में जान लीजिए.
1. पहले टेस्ट के आगाज के साथ ही पृथ्वी शॉ भारत के लिए सबसे कम उम्र में टेस्ट खेलने वाले दूसरे ओपनर बन गए. पृथ्वी ने 18 साल और 329 दिन की उम्र में अपने टेस्ट करियर का आगाज किया. उनसे पहले यह रिकॉर्ड विजय मेहरा के नाम पर था. विजय मेहरा ने 17 साल और 265 दिन की उम्र में पहला टेस्ट खेला था. मेहरा ने साल 1955 दिसंबर में ब्रेबोर्न स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट करियर का आगाज किया था.
2. हालिया भारतीय बल्लेबाजों की बात करें, तो पृथ्वी सचिन तेंदुलकर के बाद भारत के लिए सबसे कम उम्र में पहला टेस्ट खेलने वाले दूसरे बल्लेबाज हैं. कुल मिलाकर पृथ्वी सबसे कम उम्र में टेस्ट करियर का आगाज करने वाले चौथे भारतीय और कुल दुनिया के 13वें बल्लेबाज हैं.
3. पृथ्वी शॉ यूं तो दस साल की उम्र से पहले से ही मुंबई की जूनियर क्रिकेट में अपनी प्रतिभा का परिचय दे चुके थे. लेकिन यह साल 2013 था, जब पृथ्वी ने सिर्फ 14 साल की उम्र में हैरिस शील्ड ट्रॉफी में 330 गेंदों पर 546 रन बना डाले. तब शाह की यह पारी स्कूली क्रिकेट में रनों के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ पारी थी. शॉ ने अपनी पारी में 85 चौके और पांच छक्के लगाए.
आधिकारिक अंतर स्कूली टूर्नामेंट में पांच सौ रन बनाने वाले पृथ्वी पहले बल्लेबाज बन गए.
4. शुरुआती दिनों में बालक पृथ्वी शॉ को उनके पिता पंकज सुबह साढ़े चार बजे जगा दिया करते थे, जिससे वह नेट अभ्यास के लिए 6:10 पर विरार से मुंबई की ट्रेन पकड़ सकें. विरार और मुंबई का 70 किसी का सफर आसान नहीं था. पंकज कहते हैं, अगर पृथ्वी को 6:10 पर भेजने की व्यवस्था नहीं करते, तो छोटे पृथ्वी के लिए अपने किट बैग के साथ भीड़ में सफर करना असंभव था.
5. साल 2010 में सिर्फ 11 साल की उम्र में नन्हे पृथ्वी शॉ ने दो हजार से भी ज्यादा रन बनाए. उनके इस प्रदर्शन से प्रभावित होकर शिव सेना के राजनीतिज्ञ संजय पोटनिस ने उन्हें फ्लैट गिफ्ट किया, जिससे पृथ्वी को नेट प्रैक्टिस के लिए हर दिन विरार से ट्रेन पकड़ने के लिए सुबह चार बजे न जागना पड़े. इसी साल उन्हें नीलेश कुलकर्णी की मैनेजमेंट कंपनी ने भी अनुबंधित किया.
6. साल 2011 आते-आते पृथ्वी को मुंबई में 'अगला तेंदुलकर' कहा जाने लगा. मास्टर ब्लास्टर के कानों तक चर्चा पहुंची, तो सचिन खुद पृथ्वी की बैटिंग देखने नेट पर जा पहुंचे. सचिन पृथ्वी के खेल से इतने ज्यादा प्रभावित हुए कि उन्होंने पृथ्वी से कहा कि वह उन्हें कभी भी फोन करके मदद मांग सकते हैं.
7. साल 2014 तक पृथ्वी शॉ के कारनामों की चर्चा क्रिकेट के उपकरण बनाने वाली बड़ी कंपनियों तक पहुंचने लगी. बाजी मारी मेरठ स्थित एसजी कंपनी ने, जिसने पृथ्वी के साथ 36 लाख रुपये का करार किया. साथ ही, पृथ्वी इसी साल फिर से इंग्लैंड यार्कशायर प्रीमियर लीग में खेलने के लिए लौटे
8. पृथ्वी ने साल 2012 में मैनेचेस्टर में अपनी बल्लेबाजी का जलवा बिखेरा. इस साल पृथ्वी को मैनचेस्टर में चेडली हल्म स्कूल में एक महीने के कोर्स की ट्रेनिंग के लिए चुना गया. यह एक एक्सचेंज प्रोग्राम था और पृथ्वी ने अपने एक महीने के प्रवास के दौरान 1,446 रन बनाए.
9. विंडीज के खिलाफ राजकोट में पहले टेस्ट के पहले दिन पृथ्वी अपने पहले ही टेस्ट में अर्धषक बनाने वाले भारत के सबसे युवा और दुनिया के पांचवें सलामी बल्लेबाज बन गए. हनीफ मोहम्मद ने साल 1952 मे 17 साल 302 दिन की उम्र में बतौर ओपनर अर्धशतक जड़ा था, तो पृथ्वी ने 18 साल व 329 दिन की उम्र में यह कारनामा किया.
10. पृथ्वी शॉ अपनी इस शतकीय पारी के साथ ही सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे कम उम्र में शतक जड़ने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए. वहीं, करियर के पहले ही टेस्ट में सबसे तेज शतक बनाने वाले पृथ्वी सिर्फ तीसरे बल्लेबाज बने. पृथ्वी ने 99 गेंदों में शतक बनाया, तो वहीं करियर के पहले ही टेस्ट में शिखर धवन ने 85, तो विंडीज के ड्वेन स्मिथ ने 93 गेंदों पर शतक बनाया था. इसके अलावा पृथ्वी पहले ही टेस्ट में शतक बनाने वाले सबसे युवा भारतीय और कुल मिलाकर दुनिया के चौथे सबसे युवा बल्लेबाज बन गए.
VIDEO: पृथ्वी शॉ का पांच साल पुराना इंटरव्यू सुनिए.
पृथ्वी ने टेस्ट करियर का आगाज ही एक नहीं बल्कि कई रिकॉर्डों के साथ किया. और क्रिकेट जगत को यह भी बता दिया कि भारत ने एक और ऐसा बल्लेबाज दुनिया को दे दिया है, जिसके बल्ले से आने वाले दिनों में बड़े-बड़े रिकॉर्डों की बारिश होगी.