
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को खेले जाने वाले World Cup के लीग मैच को ‘फाइनल की ड्रेस रिहर्सल' करार देने से इनकार करते हुए भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रवि़ड़ ने शनिवार को कहा कि वह इतने आगे की नहीं सोच रहे और अहमदाबाद में फाइनल से पहले भी टीम को तीन मैच खेलने हैं. लीग चरण में अपराजेय भारतीय टीम ने अभी तक सभी सात मैच जीते हैं, जबकि दक्षिण अफ्रीका सात में से छह मैच जीतकर दूसरे स्थान पर है. मौजूदा फॉर्म के आधार पर दोनों को अहमदाबाद में 19 नवंबर को होने वाले फाइनल का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. मैच की पूर्व संध्या पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कोच ने कई अहम बातें कहीं. चलिए आप छह अहम मुद्दों पर भारतीय कोच की राय जान लीजिए
प्रसिद्ध कृष्णा को चुनने पर कोच की राय
द्रविड़ ने मैच से पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमारी टीम ने सात मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है और अब सामना ऐसी टीम से है जो बहुत अच्छा खेल रही है. लोग क्या कह रहे हैं, हम उसको लेकर चिंतित नहीं है. हम अगले मैच पर फोकस रखते हैं और यह एक लीग मैच ही है. अहमदाबाद में फाइनल के बारे में अभी नहीं सोच रहे क्योंकि वहां तक पहुंचने से पहले तीन मैच खेलने हैं.' हार्दिक पंड्या के बाहर होने पर उनकी जगह प्रसिद्ध कृष्णा को चुने जाने के बारे में पूछने पर द्रविड़ ने कहा, 'हार्दिक ने विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी दो मैच नहीं खेले थे. हम तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ खेल रहे थे. रिजर्व में स्पिन, बल्लेबाजी, गेंदबाजी हरफनमौला के विकल्प थे और हमें पता था कि किस खिलाड़ी का बैकअप क्या होगा. हमने हाल ही में इस संयोजन को आजमाया है और इसीलिये यही फैसला लिया.'
छठे गेंदबाज को लेकर द्रविड़ का रुख
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय टीम को छठे विशेषज्ञ गेंदबाज की कमी महसूस नहीं हो रही. उन्होंने कहा,"हार्दिक छठे गेंदबाज का विकल्प देता है, लेकिन पिछले चार मैचों में उसके बिना खेल रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली और इंदौर में छठे गेंदबाज के बिना जीते थे. इस चुनौती का बखूबी सामना किया है.' द्रविड़ ने मजाकिया लहजे में कहा, 'हमारे पास एक खतरनाक इनस्विंग गेंदबाज (विराट कोहली) भी है. दर्शक पिछले मैच में मांग कर रहे थे कि उससे गेंदबाजी करायें. सूर्यकुमार भी गेंदबाजी कर सकता है और जरूरत पड़ने पर रोहित भी.'
'भरोसा करना होगा पुछल्लों पर'
पिछले कुछ मैचों में अतिरिक्त बल्लेबाज के बिना उतरने से क्या निचले क्रम के बल्लेबाजों पर दबाव पड़ता है, यह पूछने पर कोच ने कहा, 'अब तक सिर्फ लखनऊ में इंग्लैंड के खिलाफ हमें आठवें नौवे नंबर के बल्लेबाजों की जरूरत पड़ी, जिन्होंने कठिन विकेट पर अहम 46 रन बनाए. हमें निचले क्रम के बल्लेबाजो पर भरोसा रखना होगा जो काफी अच्छा कर रहे हैं. अगर पूरे 50 ओवर मैच की जरुरत के अनुसार अच्छा खेलते हैं तो शीर्ष सात बल्लेबाज ही अपना काम कर देंगे , उससे आगे की जरूरत ही नहीं है.'
गिल और अय्यर की तारीफ की
पिछले मैच में शानदार बल्लेबाजी करने वाले शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि कप्तान रोहित शर्मा को भी श्रेय जाता है जिसने इन पर भरोसा बनाये रखा. उन्होंने कहा,"दोनों को इस तरह से खेलते देखना अच्छा है. गिल जबर्दस्त फॉर्म में थे लेकिन बदकिस्मती से डेंगू हो गया और उबरने में समय लगा. उसके बाद गर्मी में खेलना और उतनी यात्रा करना , शरीर पर असर होता ही है. श्रेयस अच्छा खेल रहा था लेकिन बड़ा स्कोर नहीं बना पा रहा था. उसने इस मैच में आकर अपना स्वाभाविक खेल दिखाया. हमें बड़ा स्कोर चाहिये था और उसने वह हिम्मत और हुनर दिखाया. उसे कुछ मैचों में औसत प्रदर्शन के बावजूद कप्तान से भी पूरा सहयोग मिला."
जडेजा को अपनी भूमिका बखूबी पता है
स्पिनर रवींद्र जडेजा को पूरा पैकेज बताते हुए उन्होंने जडेजा और कुलदीप यादव के प्रदर्शन को भी अहम बताया. उन्होंने कहा,"हमारे तेज गेंदबाज इतना अच्छा खेल रहे हैं कि कई बार जडेजा और कुलदीप का प्रदर्शन अनदेखा रह जाता है. बीच के ओवरों में इनकी गेंदबाजी से रोहित को मैच पर नियंत्रण बनाने में काफी मदद मिल रही है. जडेजा को बखूबी पता है कि उसकी क्या भूमिका है और कैसे निभानी है. उसकी फील्डिंग शानदार रही है और वह हमारे लिये पूरा पैकेज है."
क्या टीम इंडिया अपराजय हो गई है?
क्या भारतीय टीम उसी तरह से अपराजेय हो गई है , जैसे कभी ऑस्ट्रेलिया थी , द्रविड़ ने कहा,"हमारा फोकस अच्छा खेलना है और हम बहुत आगे की नहीं सोचते. यही वजह है कि हम अच्छा खेल पा रहे हैं. हम सिर्फ इतना सोचते हैं कि अगला मैच किसके खिलाफ है. हम विरोधी टीम के बारे में भी नहीं सोचते बल्कि अपनी रणनीति, अपना हुनर, अपनी तकनीक पर ही ध्यान रहता है."
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