
Sunil Gavaskar takes U-Turn on Washington Sundar: भारत और न्यूजीलैंड के बीच पुणे में हो रहे सीरीज के दूसरे मैच के पहले दिन स्पिनर वाशिंगटन सुंदर का जलवा देखने को मिला. भारत को बेंगलुरु में हुए सीरीज के पहले मैच में 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में तीन साल बाद वाशिंगटन सुंदर को दूसरे और तीसरे टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया गया. सुंदर के आने का मतलब था कि कुलदीप, जडेजा या अश्विन में से किसी को बाहर बैठना पड़ेगा. वहीं दूसरे टेस्ट के लिए टीम मैनेजमेंट ने कुलदीप यादव को बाहर बैठाने का फैसला लिया और उनकी जगह प्लेइंग इलेवन में सुंदर को शामिल किया गया.
वाशिंगटन सुंदर ने अपने चयन को साबित करते हुए 7 विकेट झटके और न्यूजीलैंड की पहली पारी 259 रनों पर समेट दी. कुलदीप को प्लेइंग इलेवन से बाहर करने का फैसला सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज को नहीं भाया था और उन्होंने इसे भारतीय टीम का घबराहट भरा फैसला करार दिया. हालांकि, कुलदीप के शानदार प्रदर्शन के बाद उन्होंने उनके चयन को लेकर कुछ ऐसा कहा, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
यू-टर्न लेने पर मजबूर हुए गावस्कर
वाशिंगटन सुंदर ने दूसरे मैच के पहले दिन 23.1 ओवर गेंदबाजी की और उन्होंने सात विकेट झटके. इसमें सबसे अहम विकेट रचिन रवींद्र, डेरेल मिशेल और मिचेल सेंटर का रहा. पहले मैच में शतकीय पारी खेलने वाले रचिन रवींद्र ने दूसरे मैच में 65 रन बनाए. जबकि मिचेल सेंटनर ने 33 रनों की पारी खेली. वहीं डेरेल मिशेल 18 रन बनाए. सुंदर, जिन्होंने चार विकेट ले लिए थे और पांचवें विकेट की तलाश में तथे, तब कमेंट्री कर रहे गावस्कर ने वाशिंगटन की तारीफ करते हुए कहा,"क्या प्रेरित चयन है. उसे प्लेइंग इलेवन में इसलिए चुना गया है क्योंकि वह थोड़ी बल्लेबाजी कर सकता है, थोड़ी गेंदबाजी कर सकता है."
कुलदीप को बाहर रखने पर कही थी ये बात
दरअसल, भारत के टॉस के हारने के बाद प्रसारक के लिए कमेंट्री करते हुए गावस्कर ने कहा था,"वॉशिंगटन सुंदर के चयन से मुझे पता चलता है कि भारतीय टीम अपनी बल्लेबाजी को लेकर चिंतित थी. वह सिर्फ अपनी ऑफ स्पिन के कारण नहीं बल्कि इसलिए हैं क्योंकि वह निचले क्रम पर अधिक रन बना सकते हैं."
गावस्कर ने आगे कहा,"हां, मुझे लगता है कि बहुत कुछ हुआ है न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी लाइन-अप में बाएं हाथ के बल्लेबाजों की संख्या के बारे में बात हो रही है, लेकिन अगर मुझे ऐसा करना होता तो मैं कुलदीप यादव जैसे किसी अन्य खिलाड़ी को चुनता, जो बल्ले से गेंद को बाएं हाथ के बल्लेबाजों से दूर कर सकता है साथ ही, जाहिर तौर पर, सुंदर जितना भारी स्कोरिंग नहीं है." बता दें, सिर्फ गावस्कर ही नहीं बल्कि मुरली कार्तिक ने भी टीम इंडिया के फैसले पर हैरानी जताई.
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