
New Zealand beats India in 2nd Test: सीरीज से पहले अगर कोई विद्वान यह कहता कि न्यूजीलैंड टीम भारत के खिलाफ शुरुआती दोनों टेस्ट मैच जीत लेगी, तो यह बहुत ही हंसने वाली बात होती. लेकिन अब वास्तविक तस्वीर यह है कि शुरुआती दो टेस्ट के बाद विश्व क्रिकेट भारत पर हंस रही है. पुणे में शनिवार को खत्म हुए दूसरे टेस्ट (Ind vs Nz 2nd Test) में 113 रन से जीत के साथ ही कीवी टीम ने पिछले करीब 69 साल के इतिहास में पहली बार भारत की धरती पर सीरीज जीत ली है. यह देखना बाकी रह गया है कि जीत का अंतर 3-0 रहता है, या 2-1 रहता है. बहरहाल, शुरुआती दो टेस्ट मैच गंवाने के बाद कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के सिर पर ऐसा शर्मनाक या अनचाहा रिकॉर्ड मंडरा रहा है, जिससे बचना उनके लिए बहुत ही ज्यादा मुश्किल होने जा रहा है.
यह रिकॉर्ड बहुत ही सालने वाला है
जब बात एक कैलेंडर ईयर में अपनी धरती पर सबसे ज्यादा मैच गंवाने की बात आती है, तो कोई भी कप्तान यह बिल्कुल भी नहीं चाहता, लेकिन अब यह रोहित के सिर पर सवार है. यह साल 1969 था, जब भारत को अपनी धरती पर सबसे ज्यादा हार झेलनी पड़ीं. तब उस साल भारत ने चार टेस्ट मैच गंवाए थे. तीन ऑस्ट्रेलिया और एक न्यूजीलैंड के खिलाफ
रोहित ने कर ली है बराबरी
अब रोहित की कप्तानी में एक कैलेंडर ईयर में भारत तीन मैच हार चुका है. भारत 1983 में विंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट मैच अपनी जमीं पर हारा था. अब पुण टेस्ट के बाद तक भारत भी तीन टेस्ट मैच (1 इंग्लैंड, 2 न्यूजीलैंड) के खिलाफ हार चुका है. और अभी न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच 1 नवंबर से शुरू हो रहा है, तो इस टेस्ट यानी चौथी हार से बचाना रोहित के लिए खासा मुश्किल दिखाई पड़ रहा है.
यह अनचाही मुहर भी लग ही गई !
रोहित की कप्तानी में 15वें टेस्ट में चौथी हार आई, कपिल देव और अजहरुद्दीन को चौथी हार अपने 20वें टेस्ट मैच में देखनी पड़ी थी. मतलब रोहित सबसे कम टेस्ट मैचों में चौथी हार का मुंह देखने वाले भारतीय कप्तान बन गए. वैसे बात जब सबसे हार देखने वाले कप्तान की आती है, तो इस मामले में दिवंगत मंसूर अली खान पटौदी नंबर वन पर हैं. पटौदी को अपने करियर में 27 टेस्ट मैचों में 9 हार का सामना करना पड़ा था.
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