ज्यादा प्रशंसकों इस बात से खफा हैं कि दिनेश कार्तिक को बाहर क्यों रखा गया
खास बातें
- दिनेश कार्तिक की फॉर्म की अनदेखी क्यों?
- आकाश चोपड़ा ने उठाया सवाल
- क्रिकेटप्रेमियों को भी नहीं भाया चयन
डबलिन: ऐसा लगता है कि भारतीय सेलेक्टर्स या भारतीय टीम मैनेजमेंट कुछ भ्रमित है. ऐसा क्रिकेटप्रेमियों और पूर्व क्रिकेटर व कमेंटेटर आकाश चोपड़ा और क्रिकेटप्रेमियों के सोशल मीडिया पर उन कमेंटों के बाद और ज्यादा लग रहा है, जो आयरलैंड के खिलाफ डबलिन में पहले टी-20 मुकाबले (मैच रिपोर्ट) के लिए भारतीय इलेवन के चयन के बाद आए. वास्तव में आम क्रिकेटप्रेमियों के गले भी मैच की एकादश का चयन बिल्कुल भी गले नहीं उतर रहा है. क्रिकेटप्रेमियों के बीच चर्चा जोरों पर है कि आखिरकार प्रचंड फॉर्म में होने के बावजूद दिनेश कार्तिक व केएल राहुल के ऊपर मनीष पांडे को वरीयता क्यों दी गई.
मुकाबले के लिए जैसे ही फाइनल इलेवन के नाम सामने आए, तो सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई. निश्चित तौर पर दिनेश कार्तिक का प्रदर्शन आप आईपीएल में अभी भी नहीं भूलें होंगे. इसी प्रदर्शन की बदौलत दिनेश कार्तिक की सालों बाद भारतीय टीम में वापसी हुई, लेकिन सवाल यह है कि जिस प्रदर्शन के आधर पर कार्तिक को भारतीय टीम में जगह मिली, वह प्रदर्शन उन्होंने इलेवन का हिस्सा क्यों नहीं बना सका. ठीक यही सवाल पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ट्विटर पर उठाया. उन्होंने तंज कसते हुए लिखा कि यह बहुत ही रुचिकर है!
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ध्यान दिला दें कि पिछले दिनों दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर भारत को निदाहस ट्रॉफी का खिताब जिताया था. टीम इंडिया में वापसी के बाद से दिनेश कार्तिक ने 183.69 के स्ट्राइक रेट से रन बटोरे हैं, तो वहीं वह नौ में से 7 पारियों में नॉट आउट रहे. इसके अलावा दिनेश कार्तिक ने आईपीएल में 147.77 के स्ट्राइकेट से 498 रन बनाए थे. ऐसे में चर्चा जोरों पर है कि कार्तिक को इलेवन में क्यों नहीं चुना गया. वहीं, मनीष पांडे का आईपीएल में प्रदर्शन भी क्रिकेटप्रेमियों की आंखों में खटक रहा है.
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चलिए एक बार को मान लेते हैं कि प्रचंड फॉर्म में चल रहे केएल राहुल के लिए रोहित शर्मा को ड्रॉप करना एक मुश्किल काम था. लेकिन दिनेश कार्तिक को लेकर तो चर्चा चल रही है. और यह बहस मैच के बाद भी अगले कई दिनों तक चलती रहेगी कि आईपीएल में 15 मैचों में 25.81 के औसत से 284 रन बनाने वाले मनीष पांडे को दिनेश कार्तिक से पहले प्राथमिकता क्यों दी गई.