
इंग्लैंड और भारत के बीच बर्मिंघम में खेला जा पहला टेस्ट मैच (Eng vs Ind, 1st Test, 4th Day) कई वजहों से ऐतिहासिक हो चला है. करोड़ों भारीतय क्रिकेटप्रेमी इसे विराट कोहली की बेहतरीन जज्बे वाली बल्लेबाजी के लिए याद करेंगे, तो वहीं मैच भारत के पक्ष में चला गया है, तो यह मैच एक अलग ही मुकाम हासिल कर लेगा. बहरहाल, इस टेस्ट में भारत के लिहाज से एक बात ऐसी घटित हुई, जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट के करीब अस्सी साल के इतिहास में पहली बार हुई.
That's Stumps on Day 3 of the 1st Test.#TeamIndia 110/5, need 84 runs to win the 1st Test.#ENGvIND pic.twitter.com/bZ58dvJ5hm
— BCCI (@BCCI) August 3, 2018
वास्तव में यह इतनी खास बात है, जो कुल मिलाकर टेस्ट क्रिकेट में साल 1991 के बाद से पहली बार घटी है. चलिए हम खुलासा करते हैं. अब यह तो आप जानते हैं कि 13 नंबर को किस रूप में देखा जाता है. कोई इस अंक को मनहूस बताता है, तो कोई इसे दुर्भाग्यशाली. अब चाहे यह जैसा भी हो, लेकिन भारत बर्मिंघम टेस्ट की दूसरी पारी में इसके लपटे में आ ही गया. अब यह 13 का अंक भारत के लिए कैसा साबित होता है, यह देखने वाली बात होगी.
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आपको बता दें कि भारत की दूसरी पारी में तीसरे दिन का खेल खत्म होने बाद उसके तीन बल्लेबाज 13 के निजी स्कोर पर आउट हुए. शिखर धवन, लोकेश राहुल के अलावा गेंदबाजी में जलवा बिखेरने वाले रविचंद्रन अश्विन ऐसे बल्लेबाज रहे, जिन्होंने 13-13 रन का योगदान दिया. जब तक मैच का परिणाम नहीं निकल जाता, इस पहलू के आगे बढ़ने की ओर भी संभावना है. बहरहाल, यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ सातवीं बार ऐसा हुआ है, जब किसी पारी में तीन बल्लेबाज 13 के स्कोर पर आउट हुए हों. लेकिन बर्मिंघम टेस्ट में एक लिहाज से दो घटनाएं पहली बार हुईं.
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वास्तव में भारतीय टीम के लिहाज ऐसा पहली बार हुआ, जब उसके तीन बल्लेबाज एक ही पारी में 13 के निजी स्कोर पर आउट हुए, तो वहीं टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में चौथी पारी में भी ऐसा पहली बार हुआ, जब तीन बल्लेबाजों के लिए 13 का अंक मनहूस साबित हुआ.
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