IND vs BAN: धोनी की इसी शानदार स्टंपिंग से बांग्लादेशी प्रशंसक खफा हैं.
खास बातें
- सोशल मीडिया पर जमकर बरसे बांग्लादेशी फैंस
- अंपायर को फैसला देने में लगे तीन मिनट
- बेनिफिट ऑफ डाउट का क्या हुआ?
दुबई: टीम इंडिया ने बांग्लादेश को तीन विकेट से हराकर (मैच रिपोर्ट) एक बार फिर से एशियाई बनने का गौरव हासिल कर लिया. लेकिन करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को इस जीत में उतना मजा नहीं आया, जितना आमतौर पर आता है. चर्चाएं कुछ ऐसी हो रही हैं कि अगर भुवनेश्वर छक्का न मारते तो...वगैरह..वगैरह..वहीं बांग्लादेशी क्रिकेटप्रेमी अपनी टीम की हार से बहुत ही ज्यादा निराश और गुस्से में हैं. और उनके गुस्से की वजह बना शतकवीर लिटन दास का विकेट. लिटन दास कुलदीप यादव की गेंद पर स्टपं कर दिए गए. लेकिन तीसरे अंपायर ने यह फैसला देने में करीब तीन मिनट लगा दिए.
इसमें दो राय नहीं कि लिटन दास को आउट दिया गया, तो एक बार को तो हर कोई हैरान रह गया. यहां तक कि भारतीय क्रिकेटप्रेमी भी उन्हें आउट दिए जाने पर हैरान थे क्योंकि अलग-अलग कोण से देखने पर भी इस निष्कर्ष तक पहुंचना मुश्किल था कि लिटन दास आउट थे. लेकिन यह समझा जा सकता है कि जो शख्स स्टेडियम में बैठकर फैसला दे रे रहा है, उसने कई कोणों पर नजर डाली होगी. अलग पहलुओं पर विचार किया होगा. और तब जाकर निर्णय लिया होगा. लेकिन बांग्लादेशी प्रशंकों को यह फैसला कतई रास नहीं आया और वे बहुत ही ज्यादा भड़क गए. अब आप खुद देखिए कि क्या-क्या बांग्लादेशी फैंस ने सोशल मीडिया पर कहा
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वास्तव में यह मामला बहुत ही नजदीकी था. यही वजह रही कि तीसरे अंपायर को फैसला देने में भी करीब तीन मिनट के आस-पास लग गए. एक क्रिकेट प्रशंसक ने 'बेनिफिट ऑफ डाउट' के नियम को लेकर भी लेकर व्यंग्य कसा.
अगर लिटन दास कुछ और और पिच पर टिक जाते, तो निश्चित ही बांग्लादेश का स्कोर और ज्यादा होता.
वहीं, भारतीय क्रिकेटप्रेमी इस धोनी के खूबसूरत स्टंप और उनकी विकेट के पीछे चुस्ती-फुर्ती के रूप में देख रह हैं.
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बांग्लादेशी प्रशंसकों की नाराजगी समझी जा सकती है. कभी एशिया कप जीता नहीं. यह नजदीकी मौका मिला, तो यहां जीत दूर रह गई. लेकिन यह क्रिकेट है मेरी जान! यहां न ऐसा पहली बार हुआ है, और न ही आखिरी बार. आगे भी ऐसा किसी भी खिलाड़ी के साथ हो सकता है.