
IND vs AUS, Border-Gavaskar Trophy 2024/25: पांचवें टेस्ट मैच में भारत को हार का सामना करना. हार के साथ ही भारतीय टीम को टेस्ट मैचों की सीरीज 3-1 से गंवानी पड़ी है. हार के बाद अब भारत का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीद भी खत्म हो गई है. बता दें कि सिडनी टेस्ट में भारत को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 162 रनों का टारगेट दिया था. बुमराह के चोटिल होने भी भारत को नुकसान हुआ और आखिर में पांचवें टेस्ट में भारत को हार नसीब हुई. हार के बाद भारतीय टीम WTC के फाइनल की रेस से बाहर हो गई है. ऑस्ट्रेलियाई टीम WTC के फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम बन गई है.
Senior Batsmen have let down the team India for sure but First change seamer has been the biggest difference between the two teams if you dig deep.
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) January 5, 2025

बल्लेबाजी का फ्लॉप होना, सबसे बड़ा कारण
पूरे सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी फ्लॉप रही है. सिर्फ यशस्वी जायसवाल ऐसे बल्लेबाज रहे जिन्होंने सीरीज में अपनी काबिलियत के साथ न्याय किया. इसको अलावा कोई भी दूसरा बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई पिच पर जमकर नहीं खेल पाया. हालांकि शुरुआत में केएल राहुल ने अपनी बल्लेबाजी से उम्मीद जगाई थी लेकिन टेस्ट सीरीज के अंत तक आते-आते उनके बल्ले ने भी जंग पकड़ लिया. जायसवाल ने 391 रन बनाए और इस सीरीज में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. इसके बाद दूसरे बल्लेबाज कोई खास कमाल नहीं कर पाए. केएल राहुल ने (276), ऋषभ पंत ने (255), कोहली ने (190), जडेजा ने (135), शुभमन गिल ने (93) रन औऱ रोहित शर्मा ने 31 रन बनाए. बल्लेबाजों के घटिया परफॉर्मेंस ने भारत से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी छीन लिया.

बुमराह को नहीं मिला दूसरे गेंदबाजों का साथ, मोहम्मद शमी की कमी खली
सिडनी टेस्ट में भारत की हार का एक बड़ा कारण जसप्रीत बुमराह का चोटिल होना भी रहा. बुमराह ने इस सीरीज में कमाल की गेंदबाजी की और 32 विकेट लेने में सफल रहे. इस पूरे सीरीज में बुमराह ने 908 गेंदें फेंकी जिसपर कुल 418 रन बने. बुमराह ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में कुल 151.2 ओवर की गेंदबाजी की. इसके बाद दूसरे नंबर पर सिराज रहे, जिन्होंने इस सीरीज में 157.1 ओवर की गेंदबाजी की, भले ही सिराज को 20 विकेट मिले लेकिन जिस तरह से दूसरे गेंदबाजों का साथ बुमराह मिलना चाहिए, वो नहीं मिल सका. ऐसे में टीम इंडिया के सामने सबसे बड़ा सवाल है कि क्या भारतीय टीम के पास ऐसा गेंदबाज नहीं हैं जो टेस्ट मैचों में असरदार साबित हो सके. क्या मोहम्मद शमी के न रहने से भी भारत को नुकसान हुआ है.

कोच गौतम गंभीर की रणनीति पर सवाल?
भारत की हार का ठीकरा कोच गौतम गंभीर पर भी फोड़ा जाएगा. एक ओर जहां आपके पास प्रसिद्ध कृष्णा जैसे गेंदबाज थे, लेकिन उनको ज्यादा मौके नहीं मिले. आखिरी टेस्ट मैच में प्रसिद्ध कृष्णा को शामिल किया गया और उन्होंने अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया. वहीं, आखिरी मैच से कप्तानी में फेरबदल करना और फिर बल्लेबाजी क्रम में बदलान को लेकर बनी रणनीति पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
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अनुभवहीन कोचिंग स्टाफ पर भी उठ रहीं उंगलियां
गंभीर के साथ-साथ गेंदबाजी कोच मॉर्नी मॉर्केल और अभिषेक नायर पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. क्या टीम इंडिया के पास अनुभवहीन कोचिंग स्टाफ का होना भी एक बड़ा कारण हो सकता है.

कोहली-रोहित का फ्लॉप शो
वैसे क्रिकेट एक टीम गेम है लेकिन इस पूरे सीरीज में सिर्फ बुमराह ही अकेले ऑस्ट्रेलियाई टीम से लोहा लेते दिखे, पूरे सीरीज सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा फ्लॉप रहे. दोनों के बल्ले से रन न निकलना भारत की हार का एक प्रमुख कारण रहा है.

गौतम गंभीर की कोचिंग में भारत (India's terrible record under Gambhir coaching continues)
श्रीलंका में श्रीलंका के खिलाफ 3-0 (T20I),जीत
श्रीलंका में श्रीलंका के खिलाफ 0-2 (ODI), हार
भारत में बांग्लादेश के खिलाफ 2-0 (टेस्ट), जीत
भारत में बांग्लादेश के खिलाफ 3-0 (T20I), जीत
भारत में न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 (टेस्ट), हार
ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 (टेस्ट), हार
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