ऑस्ट्रेलियाई विकेट गिरने का जश्न मनाते भारतीय खिलाड़ी
खास बातें
- ये चैलेंज नहीं आसां..!
- एडिलेड में रचा जाएगा नया इतिहास!
- कभी 1902 में हुआ था ऐसा...!
एडिलेड: मेहमान भारतीय टीम के खिलाफ एडिलेड (Adelaide Oval, Adelaide) में पहला टेस्ट (AUS vs IND, 1st Test) जीतने के लिए ऑस्ट्रेलियाई (India set 323 runs target for Australia) टीम 323 रनों का पीछा कर रही है. ऑस्ट्रेलिया के लिए वास्तव में मंजिल तक का सफर आसान होने नहीं जा रहा. खासकर यह देखते हुए सौ का आंकड़ा छूने से पहले ही कंगारुओं ने अपने चार विकेट गंवा दिए हैं. और अब शेष बल्लेबाज रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद शमी के सवालों का कैसे जवाब देते हैं, यह देखने वाली बात होगी. कुल मिलाकर कंगारुओं के लिए सबसे बड़े चैलेंज को भेदना बिल्कुल भी आसान होने नहीं जा रहा.
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एडिलेड की दूसरी पारी में भारत की दूसरी पारी आखिरी में एकदम से टांय-टांय फिस्स हो गई. हालात कितने बदतर रहे, यह आप इससे समझ सकते हैं कि भारत ने दूसरी पारी में आखिरी 29 गेंदों के भीतर अपने चार विकेट सिर्फ चार रन के भीतर ही गंवा दिए. और ये चार रन भी बाई के रूप में आए. भारतीय पुछल्लों के इस खराब प्रदर्शन ने ऑस्ट्रेलिया को कुछ उम्मीद दी क्योंकि भारत और ज्यादा स्कोर बनाता दिख रहा था. इसी के साथ यह भी चर्चा होने लगी कि ऑस्ट्रेलिया के पास मैच जीतने का मौका है.
लेकिन इतना सब होने के बावजूद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी. एक ऐसी चुनौती जिसे वह केवल एक बार ही लांघ सका है. और वह भी 117 साल पहले 1902 में. जी हां, ऑस्ट्रेलिया को यह मैच जीतने के लिए चौथी पारी में एडिलेड के इतिहास में सबसे बड़ा स्कोर बनाना होगा. और कम से कम अब यहां से तो यह काम बहुत ही ज्यादा मुश्किल दिखाई पड़ रहा है. एक विकेट बस गिरा नहीं, उसके बाद तो कंगारू पुछ्ल्ललों को समेटना अश्विन एंड कंपनी के लिए आसान हो जाएगा.
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एडिलेड मैदान पर ऑस्ट्रेलिया ने 1902 में इंग्लैंड को मात दी थी. तब उसने चौथी पारी में 6 विकेट खोकर 315 का लक्ष्य हासिल किया था. और इस बार उसे भारत ने 323 का टारेगट दिया है. आप सोच सकते हैं कि अगर भारत के आखिरी 4 विकेट सिर्फ 4 रन के भीतर नहीं गिरते, तो ऑस्ट्रेलिया को मिला चैलेंज और कितना बड़ा होता.