IND vs AUS, 1st ODI: केदार जाधव व एमएस धोनी ने भारत को दिलाई 6 विकेट से जीत

IND vs AUS, 1st ODI: केदार जाधव व एमएस धोनी ने भारत को दिलाई 6 विकेट से जीत

IND vs AUS, 1st ODI: महेंद्र सिंह धोनी ने संकट के समय फिर बेहतरीन बल्लेबाजी की.

हैदराबाद:

हैदराबाद में शुरू हुई पांच वनडे मैचों की सीरीज (IND vs AUS, 1st ODI) के पहले मुकाबले (#INDvAUS, #INDvsAUS) में भारत ने केदार जाधव (81 रन*, 87 गेंद, 9 चौके, 1 छक्का) और पूर्व कप्तान महेंद्र  सिंह धोनी (59 रन*, 72 गेंद, 6 चौके, 1 छक्का) के बेहतरीन बल्लेबाजी की बदौलत मेहमान ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली. मिले 237 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत भी खराब रही थी. नियमित अंतराल पर विकेट गंवाते हुए भारत एक समय 99 रन पर 4 विकेट गंवाकर दबाव में आ गया था, लेकिन यहां से धोनी और जाधव ने टीम इंडिया को कोई झटका नहीं लगने दिया. और 48.2 ओवरों में ही लक्ष्य को हासिल कर लिया. केदार जाधव को मैन ऑफ द मैच चुना गया. 

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कोटे के 50 ओवरों में 7 विकेट पर 236 रन बनाए थे. उसके लिए उस्मान ख्वाजा और मैक्सवेल ने अच्छी पारियां खेलीं, वहीं निचले क्रम में विकेटकीपर एलेक्स कैली और नॉथन काउल्टर निले ने भी उपयोगी पारियां खेलीं. इससे ऑस्ट्रेलिया इस मुश्किल पिच पर लड़ने लायक स्कोर खड़ा करने में कामयाब रहा, लेकिन धोनी और जाधव के बीच पांचवें विकेट के लिए हुई नाबाद 141 रनों की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया के जीत के अरमानों पर पानी फेर दिया. 

दूसरा पावर-प्ले (11 से 40 ओवर): 30 गज के घेरे के बाहर अधिकतम 4 फील्डर
1. धोनी और जाधव ने फिर से करा दी वापसी
पारी के 24वें ओवर में रायडू के रूप में चौथा विकेट गिरने के बाद टीम इंडिया अगर बैकफुट पर नहीं थी, तो दबाव आ गया था. पिच के स्वभाव को देखते हुए दबाव का स्तर अच्छा था. लेकिन इस दबाव को धीरे-धीरे धोनी और जाधव की जोड़ी ने मिलकर काट दिया. और एक बार जब ये दोनों पिच पर जमें, तो जहां धोनी ने एक छोर पर सतर्कता के साथ बल्लेबाजी की, तो जाधव ने बहुत ही विश्वसनीय अंदाज में बेहतरीन स्ट्रोक खेले. दूसरा पावर-प्ले मतलब 40वें ओवर तक इन दोनों ने मिलकर भारत के स्कोर को 4 विकेट पर 174 रन बनाकर टीम इंडिया की फिर से काफी हद तक ड्राइविंग सीट पर ला दिया.


2. जंपा ने दिए बड़े झटके 

वास्तव में हैदराबाद की पिच पर बल्लेबाजी आसान नहीं थी. स्पिनर अलग तरह से बल्लेबाजों की परीक्षा ले रहे थे, तो सीमरों की कुछ गेंदों ने खतरनाक ढंग से उछाल लिया. लेकिन रोहित और विराट कोहली ने ठोस साझेदारी करते हुए शिखर धवन के झटके से भारत को उबार दिया. पावर-प्ले के बाद कोहली और रोहित प्रति ओवर चार-पांच रन की  दर से पारी को आगे बढ़ाने की रणनीति अपनाई, लेकिन यह ज्यादा ऊंची परवान नहीं चढ़ सकी. बीच में कंगारू स्पिनर एडम जंपा आ गए. पहले जंपा ने कोहली को एलबीडब्ल्यू कर चलता किया, तो अंबाती रायुडु (13) को विकेट के पीछे लपकवा दिया. इसी बीच नॉथन काउल्टर निले  की गेंद पर रोहित (37) पहले ही पवेलियन लौट गए थे.  नियमित अंतराल पर तीन विकेट गंवाने से भारत की रीढ़ एकदम से हिल गई. और यहां से दवाब की चादर ने धोनी और जाधव को पूरी तरह से गिरफ्त में ले लिया. 

पहला पावर-प्ले (शुरुआती 10 ओवर):  30 गज के घेरे के बाहर सिर्फ 2 फील्डर: रोहित विराट की भरपाई की कोशिश

1. रोहित-विराट ने उबारा

धवन के दूसरे ही ओवर में पवेलियन लौटने के बाद विराट और उप-कप्ता रोहित ने मिश्रित अंदाज ने पारी को आगे बढ़ाया. करीब पांच ओवर तक पिच से तालमेल बैठाने और निगाहें जमाने के बाद रन गति धीमी पड़ी, तो इनका प्राथमिकता भी पावर-प्ले खत्म होने से पहले ठीक-ठाक रन बटोरने की रही. 5 ओवर में 14 ही रन बने थे, लेकिन छठे ओवर में कोहली ने काउल्टर निले को दो बार बाउंड्री के पार पहुंचाया. बीच में रोहित भी इक्का-तुक्का चौका लगाने में कामयाब रहे. पावर-प्ले के आखिरी ओवर में पैट कमिंस को पुल से डीप-स्कवॉएर लेग पर छक्का जड़ कोहली ने पूरी तरह संकेत दे दिया, वे यहां अच्छा योगदान देने की भूमिका तय कर चुके हैं. पावर-प्ले की समाप्ति पर भारत का स्कोर 10 ओवर में 1 विकेट पर 42 रन था. 

2. ऑस्ट्रेलिया जैसा ही रहा हाल!
ठीक-ठाक मिले स्कोर का पीछा करते हुए हैदराबाद में जमा हजारों दर्शक शिखर धवन और रोहित शर्मा से बेहतर शुरुआत की उम्मीद कर रहे थे. और रोहित शर्मा ने बेहरेनडॉर्फ की पहली ही गेंद पर फ्लिक से चौका जड़ा, तो लगा कि साझेदारी ठोस होगी, लेकिन काउल्टर निले ने दूसरे ही ओवर में धवन (0) को धमाका तो छोड़िए, तो अंकों का आंकड़ा भी नहीं छूने दिया. शुरुआत सिर मुंडाते ही ओले पड़ने जैसी रही. निले की गेंद को  स्लाइस करने गए धवन, तो गेंद को नीचे नहीं रख सके. और यह चली गई प्वाइंट पर खड़ेमैक्सवेल के हाथ में. इसी के साथ ही पावर-प्ले में पावर दिखाने की जिम्मेदारी अब रोहित शर्मा के साथ कप्तान विराट कोहली के कंधों पर हा गई. 

विकेट पतन: 4-1 (धवन, 1.1), 80-2 (विराट, 16.6), 95-3 (रोहित, 20.5), 99-4 (रायडू, 23.3)

 इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने टास जीतकर पहले बैटिंग चुनी. खराब शुरुआत के बाद उसकी तरफ से लेफ्टी उस्मान ख्वाजा (50 रन, 76 गेंद, 5 चौके, 1 छक्के), ग्लेन मैक्सवेल (40 रन, 51 गेंद, 5 चौके) ने अच्छी पारियां खेलीं, तो निचले क्रम में विकेटकीपर एलेक्स कैरी (36 रन, 35 गेंद, 5 चौके) व नॉथन काउल्टर निले (28 रन, 27 गेंद, 3 चौके) ने उपयोगी पारियां खेलीं. इस कोशिश से ऑस्ट्रेलिया कोटे के 50 ओवरों मे 7 विकेट पर 236 रन बनाने में कामयाब रहा. भारत के लिए  मोहम्मद शमी,  कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह ने दो-दो विकेट लिए, तो जाधव एक विकेट चटकाने में कामयाब रहे.  

तीसरा पावर-प्ले (41 से 50 ओवर): 30 गज के घेरे के बाहर अधिकतम 5 फील्डर 

आखिरी पावर-प्ले में ऑस्ट्रेलिया अगर 236 रन तक पहुंचने में कामयाब रहा, तो उसके पीछे बड़ा योगदान रहा विकेटकीपर एलेक्स कैरी (36) और नॉथन काउल्टर निले (28) का. इन दोनों ने छठे विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी की. भले ही इन दोनों ने शुरुआत में काफी समय लिया. लेकिन आखिरी पलों में कुछ बेहतरीन बाउंड्रियां बटोरते हुए ऑस्ट्रेलिया को 236 के  स्कोर तक पहुंचा दिया. 

दूसरा पावर-प्ले (11 से 40 ओवर): 30 गज के घेरे के बाहर अधिकतम 4 फील्डर:  ख्वाजा व मैक्सवेल ने जमाई पारी

1. केदार जाधव का जादुई हाथ 
जब कप्तान विराट कोहली के पास सारे रास्ते बंद हो जाते हैं, तो तब उन्हें अपने जादुई हाथ मतलब केदार जाधव की याद आती है. पहले यदा-कदा ही जाधव ने निराश किया हो कप्तान को. हैदराबाद में भी ऐसा ही हुआ. शून्य पर पहला विकेट गिरने के बाद स्टोइनिस और ख्वाजा की साझेदारी खतरनाक हो चली थी. विजय शंकर असरहीन रहे, तो कुलदीप को भी विकेट नहीं मिला. ऐसे में जाधव को  बुलाया, तो उन्होंने स्टोइनिस (37) को जाल में फंसा ही लिया. छोटी गेंद पर पुल खेलने गए, तो शॉर्ट मिटविकेट पर विराट को खड़ा पाया. और 86 रन की साझेदारी इसी के साथ खत्म हो गई. 

2. कुलदीप का वार 
उस्मान ख्वाजा (50 रन, 76 गेंद, ) ने भले ही थोड़ी धीमी बल्लेबाजी की या यह मुश्किल था, लेकिन अर्द्धशतक जड़कर उन्होंने उम्मीद दे दी थी टीम को. उम्मीद बड़ी पारी की, लेकिन इन उम्मीदों को पलीता लगा दिया कुलदीप यादव ने. थोड़ी ही देर बाद स्लॉग स्वीप खेलने गए, लेकिन डीप मिडविकेट पर विजय शंकर ने बेहतरीन कैच लपक उनकी पारी का अंत कर दिया. नए बल्लेबाज हैंड्सकॉम्ब घिसटते-घिसटाते खुद को 19 रन तक ले गए, लेकिन कुलदीप ने उन्हें  ता-ता थैया कर दिया ! प्लाइटेट गेंद पर कदम निकालने की जुर्रत की, तो गेंद बल्ले और पैरों से निकलकर धोनी के दस्तानों में पहुंची. सेकेडों में झप्प की आवाज. और गिल्लिया जमीं पर. कुलदीप वार कर चुके थे. 

3. शमी का डबल धमाका 
शुरुआती चार ओवरों में ही शमी ने छह रन देकर अपनी सीम से शमी ने कंगारुओं पर नकेल कस दी थी. शमी एक बार फिर गेंदबाजी करने आए, तो पहला मैच खेल रहे टर्नर ने छक्का जड़कर शमी का स्वागत किया. लेकिन इसके बाद अपने अगली ही ओवर में शमी ने टर्नर को रिटर्न कर दिया. स्लोर-वन, नीची गेंद, बल्ला उपर से तेजी के साथ नीचे आया. गेंद बाद में स्टंप बिखेर गई. इस ओवर के अपने अगले ही ओवर में शमी ने ग्लेन मैक्सवेल (40) की गिल्लियां बिखेर दीं. 40वें ओवर के बाद ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 6 विकेट पर 173 रन था. 

पहला पहला पावर-प्ले (शुरुआती 10 ओवर):  30 गज के घेरे के बाहर सिर्फ 2 फील्डर:  कुंद पड़ गई पावर!

1. बेहतरीन सीम गेंदबाजी 

पिच में ठीक-ठाक सीम थी, लेकिन बीच-बीच में उछाल बल्लेबाजों को जरूर चौंका रहा था. ऊपर से भारतीय गेंदबाजों का टप्पा बेहतरीन था, तो फिंच का विकेट गिरने के बाद कंगारू उस्मान ख्वाजा और मारकस स्टोइनिस ज्यादा आजादा नहीं ले सके. अगुवाई की मोहम्मद शमी ने, जिन्होंने 4 ओवर में दो मेडन रखते हुए सिर्फ 6 रन ही दिए. नतीजा यह रहा कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बल्लेबाज ज्यादा आजादी नहीं ले सके. काफी देर बाद बुमराह के फेंके 8वें ओवर में ख्वाजा ने दो चौके जड़े, लेकिन इनमें भी भरोसा कम, जोखिम ज्यादा रहा. पावर-प्ले का आखिरी ओवर कुलदीप यादव लेकर आए, तो इसमें ख्वाजा 1 छक्के से 10 ओवर तो बटोर ही लिए, लेकिन पहला पावर-प्ले खत्म होने के बाद कंगारू बल्लेबाज 1 विकेट पर 38 रन ही बना सके. और उनकी वह धार पूरी तरह नदारद रही, जो टी20 मैचों में दिखाई पड़ी थी. 

2. नहीं गली फिंच की दाल!
हैदराबाद में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी भले ही चुनी हो, लेकिन शुरुआत में पिच सीमरों को अच्छी खासी मदद कर रही थी. टप्पा पड़ने के बाद गेंद दोनों ओवर सीमर हो रही थी. शमी ने पहले ही ओवर में उस्मान ख्वाजा को छक्का कर और मेडन ओवर निकाल दूसरे छोर पर खड़े एरॉन फिंच को ट्रेलर दिखा दिया था, लेकिन इसके बावजूद जसप्रीत बुमराह ने अगले ही ओवर में अपनी स्विंग और उछाल से एरॉन फिंच की आंखें खोल दीं. बेहतरीन टप्पे से उठती हुई गेंद पर फिंच बेबस हो गए. और गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा चूमते हुए धोनी के हाथों में जा समाई. 

विकेट पतन: 0-1 (फिंच, 1-.3), 87-2 (स्टोइनिस, 20.1), 97-3 (ख्वाजा, 23.5), 133-4 (हैंड्सकॉम्ब, 29.6), 169-5 (टर्नर, 37.5), 173-6 (मैक्सवेल, 39.5), 257-7 (नाथन काउल्टर निले, 49.5)

इससे पहले सिक्के की उछाल ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में गई है. और ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. उसकी तरफ से एश्टन टर्नर करियर का आगाज किया, तो भारतीय इलेवन में रवींद्र जडेजा को शामिल किया गया. दोनों टीमें इस प्रकार रहीं:

ऑस्ट्रेलिया : एरॉन फिंच (कप्तान), उस्मान ख्वाजा, मार्कस स्टोइनिस, पीटर हैंड्सॉम्ब, ग्लेन मैक्सवेल, एश्टन टर्नर, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), नॉथन काउल्टर निले, पैट कमिंस, एडम जंबा और जैसन बेहनटॉर्फ

भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, अंबाती रायडू, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), केदार जाधव, विजय शंकर, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह

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