बॉल टैम्परिंग के मामले में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर स्टीव स्मिथ को एक साल के लिए बैन जा चुका है (फाइल फोटो)
खास बातें
- आईसीसी की वार्षिक बैठक में हुआ निर्णय
- अब छह टेस्ट या 12 मैचों का लगेगा प्रतिबंध
- 'अपराध' को अपग्रेड कर लेबल-3 का किया गया
डबलिन: क्रिकेट में इन दिनों बढ़ रहीं बॉल टैम्परिंग की घटनाओं को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सख्त रुख अपनाने का फैसला किया है. बॉल टैम्परिंग के दोषियों पर अब छह टेस्ट या 12 वनडे मैचों का प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी ने यहां अपनी वार्षिक बैठक के दौरान यह फैसला लिया है. बैठक में इसके आचार संहिता में भी बदलाव किया गया है. नए नियम के मुताबिक लेवल-2 के अपराध को अपग्रेड कर अब लेबल-3 का अपराध कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें: बॉल टैम्परिंग विवाद: बैनक्रॉफ्ट बोले, जिंदगीभर इस बात का पछतावा रहेगा...
पहले आठ निलंबन अंक मिलने पर खिलाड़ी पर चार टेस्ट या आठ वनडे मैचों का प्रतिबंध लगाया जाता था. लेकिन अब इसे बढ़ाकर 12 निलंबन अंक कर दिया गया है जिसके तहत अब खिलाड़ी पर छह टेस्ट या 12 वनडे मैचों का बैन लगाया जाएगा. मार्च में दक्षिण अफ्रीका में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और कैमरन बेनक्रॉफ्ट को बाल टैम्परिंग का दोषी पाए जाने के बाद आईसीसी को लेवल-3 अपराध की सजा को और कठोर बनाने पर मजबूर होना पड़ा.
यह भी पढ़ें: रो पड़े स्टीव स्मिथ, कहा- कप्तान के रूप में पूरी जिम्मेदारी मेरी
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने बाल टेम्परिंग मामले में स्मिथ और वार्नर पर एक-एक साल का जबकि बेनक्राफ्ट पर नौ माह का प्रतिबंध लगा रखा है. इस पूरे मामले में ऑस्ट्रेलिया टीम को विश्व क्रिकेट में काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था. हाल के दिनों में श्रीलंका के कप्तान दिनेश चंडीमल पर भी बाल टेम्परिंग मामले में एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया था.
वीडियो: गावस्कर ने इस अंदाज में की विराट कोहली की तारीफ
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में निर्णय लिया गया कि आईसीसी अब आचार संहिता के उल्लंघन मामले में कड़ी कार्रवाई करेगा. बैठक में मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन भी इस मौके पर मौजूद थे. क्रिकेट समिति ने यह भी कहा कि मैच रेफरी अब लेवल-1, 2 और लेवल-3 के अनुसार लगाए गए आरोपों की भी सुनवाई करेगा. इसके अलावा खिलाड़ियों के खराब व्यवहार के लिए कड़े प्रतिबंध लागाने का निर्णय किया गया है. (इनपुट: आईएएनएस)