एलिस्टर कुक ने पांचवें टेस्ट की दूसरी पारी में 147 रन बनाए
खास बातें
- बुमराह के ओवरथ्रो के कारण पहुंचे थे 100 के आंकड़े तक
- पांचवें टेस्ट के बाद क्रिकेट से संन्यास लेंगे एलिस्टर कुक
- करियर के पहले टेस्ट में भी कुक ने जमाया था शतक
लंदन: टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले इंग्लैंड के ओपनर एलिस्टर कुक अपने करियर के आखिरी मैच को यादगार बनाने में सफल रहे हैं. कुक ने कल भारत के खिलाफ पांचवें टेस्ट के चौथे दिन इंग्लैंड की दूसरी पारी में शतक जमाया और अपना नाम उन खास बल्लेबाजों के क्लब में शामिल कर लिया जिन्होंने अपने पहले और आखिरी टेस्ट में शतक बनाया है. कुक ने अपने करियर का आगाज भारत के खिलाफ ही वर्ष 2006 में नागपुर में किया था और वे इसमें शतक लगाने में सफल रहे थे. कुक ने केनिंगटन ओवल मैदान पर खेले जा रहे इस टेस्ट के बाद क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है. इंग्लैंड की टीम ने अपने पूर्व कप्तान को इस टेस्ट की जीत का विदाई तोहफा देने की पूरी तैयारी कर ली है. अपने करियर के अंतिम टेस्ट में कुक के शतक तक पहुंचाने में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का अहम योगदान रहा. कुक ने अपने करियर की इस खास उपलब्धि तक पहुंचने में 'सहयोग' के लिए बुमराह को धन्यवाद दिया है.
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चौथे दिन के खेल के बाद कुक ने कहा मैं जसप्रीत बुमराह को धन्यवाद कहना चाहता हूं क्योंकि इस तेज गेंदबाज के ओवरथ्रो के कारण मैंने अपने करियर की अंतिम टेस्ट पारी में शतक पूरा किया और कुछ मुश्किल हालात से बच गया. दरअसल कुक जब 96 रन बनाकर खेल रहे थे तब उन्होंने रवींद्र जडेजा की गेंद को एक रन के लिए खेला लेकिन रन आउट की कोशिश में बुमराह ने गेंद को स्टंप पर तेजी से थ्रो किया. ओवरथ्रो के कारण बल्लेबाज को पांच रन मिले. इस सलामी बल्लेबाज ने कहा कि वह इस ओवरथ्रो के लिए बुमराह को धन्यवाद देना चाहते हैं.
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कुक ने कहा, ‘मुझे याद है कि कट करके मैं 97 रन पर पहुंचा और मुझे तीन रन और चाहिए थे. तभी उसने (बुमराह ने) थ्रो किया, यह काफी तेज था. मैंने खुद से इंतजार करने को कहा. जैसे ही मैंने देखा कि रविंद्र (जडेजा) इसके आसपास नहीं है, मैंने खुद को इंतजार करने को कहा.’ इस सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘इसने (ओवरथ्रो ने) मुझे काफी परेशानी से बचा लिया. उसने (बुमराह) इस सीरीज के दौरान मुझे काफी परेशान किया. उसके वहां मुझे वह लम्हा देने के लिए मैं उसे धन्यवाद देना चाहता हूं.’ कुक ने कहा कि उनके संन्यास की घोषणा करने के बाद से उनका जिस तरह स्वागत हुआ उस पर विश्वास नहीं हो रहा और वह सभी के आभारी हैं कि अच्छे प्रदर्शन के साथ विदाई ले रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं उन भावनाओं का जिक्र नहीं कर सकता जिन्हें पिछले कुछ दिनों में मैंने महसूस किया. यह मेरे जीवन के चार शानदार दिन रहे. पिछले चार दिन के दौरान मेरा जो स्वागत हुआ वह शानदार था. यहां तक कि अंतिम कुछ ओवरों में जब सभी दर्शक ‘बार्मी आर्मी’ का गाना गा रहे थे तो यह मेरे लिए विशेष क्षण था.’ (इनपुट: एजेंसी)