ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और निर्णायक मैच में हर्षल और चहल की फॉर्म पर होगी निगाहें

भारत के बल्लेबाजों की एक और कमजोरी लेग स्पिन है. लेग स्पिनरों के खिलाफ उनका संघर्ष जारी है और एडम जंपा भी उनकी इस कमजोरी का फायदा उठा रहे हैं.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और निर्णायक मैच में हर्षल और चहल की फॉर्म पर होगी निगाहें

India vs Australia 3rd T20I

नई दिल्ली:

पिछले मैच में जीत दर्ज करके श्रृंखला को बराबर करने वाला भारत रविवार को यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब तीसरा और निर्णायक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलने के लिए उतरेगा तो उसकी निगाह अपने दो प्रमुख गेंदबाजों हर्षल पटेल और यूज़वेंद्र चहल की फॉर्म पर टिकी रहेगी. भारत ने नागपुर में दूसरे मैच में छह विकेट से जीत दर्ज करके श्रृंखला बराबर की लेकिन उसके लिए अपने गेंदबाजों विशेषकर हर्षल और चहल की फॉर्म चिंता का विषय है। भारतीय टीम टी20 विश्व कप से पहले इन दोनों को फॉर्म में वापसी करते हुए देखना चाहेगी. भारत के लिए जसप्रीत बुमराह की वापसी अच्छी खबर है लेकिन वरिष्ठ तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की खराब फॉर्म चिंता का विषय है. भुवनेश्वर एशिया कप और फिर आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में भी नहीं चल पाए थे.

उन्हें दूसरे मैच से बाहर कर दिया गया था क्योंकि कप्तान रोहित शर्मा मैदान गीला होने के कारण आठ ओवर का कर दिए गए इस मैच में केवल चार गेंदबाजों के साथ उतरना चाहते थे. डेथ ओवरों के विशेषज्ञ हर्षल ने चोट से उबरने के बाद वापसी की है लेकिन वह आत्मविश्वास से भरे हुए नहीं दिखे. उन्हें लय हासिल करने के लिए एक दो मैच और खेलने होंगे. अपनी विविधतापूर्ण गेंदबाजी के लिए मशहूर इस तेज गेंदबाज ने वर्तमान श्रृंखला में छह ओवरों में 81 रन लुटाए हैं और वह सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए हैं. हर्षल को लेंथ हासिल करने में दिक्कत आ रही है और उन्हें अभी तक एक भी विकेट नहीं मिला है.

भारत बीच के ओवरों में स्पिनरों पर निर्भर है तथा जहां अक्षर पटेल का अच्छा प्रदर्शन उसके लिए अच्छी खबर है वहीं चहल की खराब फॉर्म चिंता का विषय. इस लेग स्पिनर ने एशिया कप में काफी रन लुटाए थे और आस्ट्रेलिया के खिलाफ भी इसमें बदलाव नहीं आया है. बल्लेबाजी में भारतीय शीर्ष क्रम में शामिल रोहित, केएल राहुल और विराट कोहली को अपने प्रदर्शन में निरंतरता दिखाने की जरूरत है. सूर्यकुमार यादव भी पिछले कुछ मैचों में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए लेकिन अच्छी बात यह है कि हार्दिक पंड्या लगातार अच्छा खेल दिखा रहे हैं.


भारत के बल्लेबाजों की एक और कमजोरी लेग स्पिन है. लेग स्पिनरों के खिलाफ उनका संघर्ष जारी है और एडम जंपा भी उनकी इस कमजोरी का फायदा उठा रहे हैं. भारतीय टीम में फिनिशर की भूमिका निभा रहे दिनेश कार्तिक को आगे भी मौका मिलने की संभावना है. रोहित चोटिल रविंद्र जडेजा की जगह लिए गए अक्षर को भी टीम में बनाए रखना चाहेंगे. ऑस्ट्रेलिया भी भारत की तरह अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन को लेकर चिंतित है. पहले मैच में उसने बल्लेबाजों के दम पर जीत दर्ज की जबकि दूसरे मैच में भी कप्तान आरोन फिंच और मैथ्यू वेड ने उसे अच्छे स्कोर तक पहुंचाया था लेकिन गेंदबाज उसका बचाव करने में नाकाम रहे. चोटिल नाथन एलिस की अनुपस्थिति में पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और डेनियल सैम्स ने 11 रन प्रति ओवर की दर से रन लुटाए. ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन भी महंगे साबित हुए हैं. 

विश्व कप से पहले वेट की बेहतरीन फॉर्म ऑस्ट्रेलिया के लिए सकारात्मक पहलू है लेकिन टीम प्रबंधन ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल से भी बड़ी पारी का उम्मीद कर रहा होगा जिन्होंने दो मैचों में केवल एक रन बनाया है.

दोनों टीमें इस प्रकार हैं:

ऑस्ट्रेलिया: आरोन फिंच (कप्तान), सीन एबॉट, एश्टन एगर, पैट कमिंस, टिम डेविड, नाथन एलिस, कैमरन ग्रीन, जोश हेजलवुड, जोश इंगलिस, ग्लेन मैक्सवेल, केन रिचर्डसन, डेनियल सैम्स, स्टीव स्मिथ, मैथ्यू वेड, एडम जम्पा.

भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पंड्या, रविचंद्रन अश्विन, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, दीपक चाहर, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव.

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