नई दिल्ली: भारत के पूर्व चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद अपने कार्यकाल में कई बातों को लेकर मीडिया और आलोचकों के निशाने पर रहे थे. एमएसके प्रसाद के कार्यकाल में कई ऐसे फैसले रहे, जिनका अभी तक जवाब नहीं मिल सका है. और गाहे-बेगाहे अभी भी इन फैसलों पर चर्चा होती रहती है. उदाहरण के तौर पर पिछले साल वर्ल्ड कप टीम से अंबाती रायुडू को बाहर रखना. बहरहाल, अब जब एमएसके प्रसाद चीफ सेलेक्टर नहीं हैं, तो उन्होंने अपने मन की बात कहते हुए बताया है उन्हें अपने कार्यकाल में तीन फैसले ऐसे लेने पड़े, जिसका उन्होंने बहुत ज्यादा दुख है.
एमएसके प्रसाद को पहला दुख कर्नाटक के बल्लेबाज करुण नायर को पर्याप्त मौके न देने का है. करुण ने साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक जड़ा था, लेकिन उसके बाद से उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिए गए. और आखिर में करुण की टीम से छुट्टी हो गई. खुद नायर ने मीडिया में कई बार यह कहा कि उन्हें टेस्ट टीम में जगह पक्की करने के पर्याप्त मौके नहीं दिए गए. एमएसके ने कहा कि उनके पैनल को करुण को और मौके देने चाहिए थे. इंग्लैंड दौरे के बाद उन्हें कोई मैच न मिलना बहुत ही दुखद रहा. उनके तिहरे शतक के बावजद करुण को हमने ज्यादा मौके नहीं दिए, जिसके वे हकदार थे.
दुनिया में
67,69,38,430मामले
62,55,71,965सक्रिय
4,44,81,893ठीक हुए
68,84,572मौत
कोरोनावायरस अब तक 200 देशों में फैल चुका है. January 9, 2024 10:54 am बजे तक दुनियाभर में कुल 67,69,38,430 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 68,84,572 की मौत हो चुकी है. 62,55,71,965 मरीज़ों का उपचार जारी है और 4,44,81,893 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. .
भारत में
4,50,19,214 475मामले
3,919 -83सक्रिय
4,44,81,893 552ठीक हुए
5,33,402 6मौत
भारत में, 4,50,19,214 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 5,33,402 मौत शामिल हैं. January 9, 2024 8:00 am बजे तक भारत में सक्रिय मामलों की संख्या 3,919 है और 4,44,81,893 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.
राज्यवार व जिलावार विवरण
वहीं, अंबाती रायुडू को वर्ल्ड कप टीम से ड्रॉप करने पर पहली बोलते हुए एमएसके ने कहा कि यह सबसे मुश्किल फैसला था और पैनल को रायुडू के लिए बहुत ही बुरा लगा था. मुझे निजी रूप से बुरा लगा था. उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप के आखिरी समय तक वह हमारी योजनाओं में शामिल थे, लेकिन चयन के समय वह जगह नहीं बना सके. एमएसके ने कहा कि वास्तव में रायुडू को ही नहीं, बल्कि पूरे पैनल को इस फैसले से बहुत ही बुरा लगा.
एमएसके ने अपने कार्यकाल में तीसरे दुख को साझा करते हुए कहा कि चैंपियनंस ट्रॉफी 2017 के बाद आर. अश्विन और रवींद्र जडेजा को टीम से बाहर कर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को लेना एक और फैसला रहा, जिसका अभी भी मुझे बहुत दुख है.
VIDEO: विराट कोहली ने कुछ ही दिन पहले करियर को लेकर बड़ी बात कही थी. एमएसके बोले कि इस फैसले से अगले कुछ सालों में हमें फायदा मिलेगा, लेकिन यह न भूलें कि जब आर. अश्विन और जडेजा को टीम से हटाया गया, तो वे दुनिया में नंबर एक और दो टेस्ट क्रिकेटर थे.