
- 142 साल की परंपरा तोड़ सकती है इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया टीमें
- ईसीबी और सीए ने इस संबंध में प्रस्ताव पेश किया है
- इस प्रस्ताव पर आईसीसी बोर्ड की मुहर लगनी है बाकी
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया (England vs Australia) की क्रिकेट टीमें 142 साल की परंपरा को तोड़ते हुए इस साल गर्मियों में होने वाली एशेज सीरीज (The Ashes 2019) के दौरान नाम और जर्सी नम्बर के साथ मैदान पर उतर सकती हैं. ब्रिटेन के समाचार पत्र गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड तथा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA)ने इस सम्बंध में एक प्रस्ताव पेश किया है और अब इस पर आईसीसी बोर्ड की मुहर लगनी बाकी है. अगर ऐसा हुआ तो आईसीसी की नई विश्व चैम्पियनशिप के तहत एक अगस्त से खेली जाने वाली एशेज सीरीज के दौरान इस नए चलन के साथ पहली बार खेलती नजर आएंगी.
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इंटरनेशनल क्रिकेट में इस समय वनडे और टी20 में ही नाम और नंबर वाली जर्सी पहनकर मैदान में उतरते हैं. शॉर्टर फॉर्मेट के क्रिकेट में खिलाड़ियों की जर्सी भी रंगीन होती है. हालांकि अब डे-नाइट टेस्ट मैच का दौर शुरू हो चुका है लेकिनक्रिकेट के सबसे पुराने फॉर्मेट, टेस्ट क्रिकेट में जर्सी का रंग अभी भी सफेद है. टेस्ट मैचों की शुरुआत 1877 में मेलबर्न में हुई थी और तब से लेकर आज तक टेस्ट मैचों में टीमें सफेद या फिर क्रीम रंग की जर्सी में खेलती हैं. टी-20 और वनडे क्रिकेट की तरह खिलाड़ियों की जर्सी पर उनका नाम या फिर जर्सी नम्बर अंकित नहीं होता.
एशेज सीरीज 2019 के अंतर्गत पहला टेस्ट 1 अगस्त से बर्मिंघम में खेला जाना है. पांच टेस्ट की सीरीज का आखिरी मुकाबला 12 सितंबर को लंदन में खेला जाएगा. दूसरा टेस्ट 14 अगस्त से लार्ड्स लंदन, तीसरा 22 अगस्त लीड्स और चौथा 4 सिंबर से ओल्ड ट्रेफर्ड में खेला जाना है. (इनपुट: एजेंसी)
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