
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने लंबे करियर और खेल के नियमों में बदलाव का हवाला देकर एकदिनी प्रारूप में मौजूदा कप्तान विराट कोहली पर सचिन तेंदुलकर को बेहतर बल्लेबाज करार दिया है. हालांकि, गौतम के इस बयान के बाद इस विषय को लेकर काफी बहस बढ़ सकती है और साथ ही बाकी खिलाड़ियों के बयान भी आने शुरू हो सकते हैं, तो दोनों के प्रशंसक भी आमने सामने हो सकते हैं, लेकिन गौतम गंभीर का भी एक पक्ष है और इस पर भी चिंतन व मनन तो बनता ही है. और वास्तव में गौतम गंभीर के कारणों की अनदेखी नहीं की जा सकती. तेंदुलकर ने 463 वनडे खेलकर 49 शतक समेत 18426 रन बनाये. उन्होंने 2013 में वनडे क्रिकेट से संन्यास लिया था. दूसरी ओर कोहली ने 248 वनडे में 11867 रन बना लिये हैं जिनमें 43 शतक शामिल हैं.
गंभीर ने स्टार स्पोटर्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टेड' पर इस बाबत एक चर्चा में कहा कि सचिन तेंदुलकर और कारण यह है कि उन्होंने एक सफेद गेंद से खेला जब तीस गज सर्कल के भीतर चार फील्डर होते थे. अब पांच रहते हैं. मैं तेंदुलकर को चुनूंगा.' आजकल वनडे क्रिकेट में दो सफेद गेंद ली जाती हैं, जबकि तीन पावरप्ले होते हैं.
भारत की विश्व कप 2011 में खिताबी जीत के सूत्रधारों में रहे गंभीर का मानना है कि नियमों में बदलाव का बल्लेबाजों को फायदा मिला. उन्होंने कहा, ‘विराट कोहली का प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन मेरा मानना है कि नियमों में बदलाव का भी बल्लेबाजों को फायदा मिला है.' गंभीर ने कहा, ‘नई पीढ़ी को दो नयी गेंद खेलने को मिल रही हैं. रिवर्स स्विंग नहीं है और ना ही ऊंगलियों की स्पिन. पचास ओवर तक पांच फील्डर अंदर रहते हैं जिससे बल्लेबाजी आसान हो गई है.' उन्होंने कहा कि लंबे करियर को देखते हुए भी वह तेंदुलकर को चुनेंगे.
VIDEO: कुछ दिन पहले करियर को लेकर विराट ने अहम बात कही थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं