
World Cup 2023 में वीरवार को ईडन गार्डन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ (Australia vs South Africa) तीन विकेट से जीत दर्ज कर ऑस्ट्रेलिया ने विश्व कप के इतिहास में आठवीं बार फाइनल में जगह बनाई. हालांकि, मुकाबला खासा रोमांचक हुआ. और कई मौकों पर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के चेहरे पर तनाव भी झलका, लेकिन उतार-चढ़ाव के पलों में खुद पर काबू रखते हुए उसके बल्लेबाजों ने 16 गेंद बाकी रहते हुए अपनी टीम को फाइनल का दीदार करा दिया. और इसमें दो राय नहीं कि कंगारुओं की इस जीत में वह खिलाड़ी तुरुप का पत्ता साबित हुआ, जिससे शुरुआती पांच मैचों में खिलाया भी नहीं था, लेकिन सबसे बड़े मौके पर वह कंगारुओं की जीत में ट्रंप कार्ड साबित हुआ.
मुश्किल पिच पर बेहतरीन बल्लेबाजी
जिस ईडन की पिच पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझे, उसी पिच पर ट्रेविस हेड ने सिर्फ 48 गेंदों पर 9 चौकों और 2 छक्कों से शीर्ष स्तरीय 62 रन की पारी खेली, जिसने ऑस्ट्रेलिया को 215 रन पहुंचने में बहुत ही बड़ा अंतर पैदा किया. और इस पारी को खासकर ऑस्ट्रेलियाई फैन कभी भी नहीं भूल पाएंगे कि इसका असर उनके देश के लिहाज से कितना मारक रहा. लेकिन अंतर पैदा किया ट्रेविस हेड के ट्रंपकार्ड ने.
इस ट्रंपकार्ड के आगे पस्त हुए दक्षिण अफ्रीकी
ऑस्ट्रेलिया के लिए सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे मुश्किल बात यह रही कि स्पिनरों की मददगार पिच पर टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में फाइनल से पहले तक दूसरे नंबर पर चल रहे एडम जंपा को एक भी विकेट नहीं मिला. लेकिन तभी कमिंस ने ट्रेविस हेड के रूप में ट्रंपकार्ड खेला. और ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने वाले ट्रेविस हेड ने लगातार दो गेंदों पर पहले आतिशी और जमकर खेल रहे क्लासेन (47) को बोल्ड किया, तो फिर मार्को जानसेन (0) को खाता भी नहीं खोलने दिया. हेड हैट्रिक से जरूर चूक गए, लेकिन इस लगातार दो गेंदों पर दो विकेट रूपी ट्रंपकार्ड ने ऑस्ट्रेलिया को फाइनल का टिकट दिलाने में बड़ी भूमिका निभा दी क्योंकि अगर खासकर क्लासेन कुछ ओवर और पिच पर रुक जाते, तो दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 35-40 रन और होता, तो उनके लिए खासा निर्णायक साबित होता. यह देखते हुए कि कंगारू सिर्फ 16 गेंद बाकी रहते ही मैच जीते.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं