पाकिस्तानी पेसर नसीम शाह साथी खिलाड़ी मोहम्मद हसनैन के साथ
खास बातें
- नसीम शाह का दिल भी बड़ा है !
- पहले छक्कों से जीता पाकिस्तान का दिल
- अब इस अदा से किया कायल!
नई दिल्ली: क्रिकेट में चंद पल ही खिलाड़ी विशेष को जीरो से हीरो और हीरो से जीरो में तब्दील में कर देता है. सालों पहले ऐसा शारजाह में जावेद मियांदाद के रूप में देखने को मिला था, तो अब पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि वैश्विक क्रिकेट में 19 साल के नसीम शाह (Naseem Shah) के चर्चे जोर-शोर से हो रहे हैं. फैंस की आंखों के सामने अफगानिस्तान की जीत के बाद नसीम शाह के जश्न की तस्वीरें कौंध रही हैं. वास्तव में यह नसीम ही थे, जिन्होंने आखिरी ओवर में लगातार दो छक्के जड़कर तब पाकिस्तान को मुकाबला जिताया, जब लगभग सभी ने यह मान लिया था कि अफगानिस्तान की जीत महज औपचारिकता भर बाकी बची है. लेकिन इसी का नाम क्रिकेट है. बहरहाल, अब यह सामने निकलकर आया है कि नसीम शाह ने यह कारनामा अपने नहीं, बल्कि मांगे हुए उधार के बल्ले से किया था.