CWG 2022: भारत को लॉन बाउल्स में पहली बार गोल्ड जीतने वाली महिलाओं के बारे में जानें - VIDEO

भारतीय महिलाओं ने लॉन बाउल्स के फाइनल मैच में साउथ अफ्रीका को 17-10 से हराकर गोल्ड मेडल जीत इतिहास रच दिया है. 52 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है. लवली चौबे (42), रूपा रानी टिर्की (34), पिंकी और नयन मोनी सैकिया (33) की चौकड़ी ने फाइनल में भारत को जीत दिलाई.

CWG 2022: भारत को लॉन बाउल्स में पहली बार गोल्ड जीतने वाली महिलाओं के बारे में जानें - VIDEO

भारत ने लॉन बाउल्स में गोल्ड मेडल जीतकर रचा इतिहास

नई दिल्ली:

भारतीय लॉन बॉल टीम ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों (Birmingham Commonwealth Games)में मंगलवार को स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया और पूरे देश को इस गुमनाम से खेल को देखने के लिए प्रेरित भी किया. भारत की लवली चौबे (लीड), पिंकी (सेकंड), नयन  मोनी सैकिया (थर्ड) और रूपा रानी टिर्की (स्लिप) की चौकड़ी ने दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में 17-10 से हराया. प्रतियोगिता की महिला फोर स्पर्धा में भारत (India at CWG 2022) पहली बार उतरा था. भारतीय दल का यह चौथा स्वर्ण है और भारोत्तोलन के अलावा किसी स्पर्धा में पहला स्वर्ण भी है.

आइए जानते हैं इन चारों महिलाओं की जिंदगी के बारे में :

लवली चौबे: लवली का जन्म झारखंड के रांची में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. उनके पिता कोल इंडिया से सेवानिवृत्त हैं और माँ एक गृहिणी हैं. उन्होंने झारखंड शिक्षा बोर्ड से अपना हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की है. वह वर्तमान में झारखंड राज्य सरकार के पुलिस विभाग में कार्यरत है. उन्होंने 2008 में पहली बार लॉन बाउल्स नेशनल में भाग लिया और स्वर्ण पदक जीता था. लवली चौबे की उम्र 42 साल है और वह रांची के आर के आनंद बॉलिंग ग्रीन में ट्रेनिंग करती हैं.  


पिंकी : पिंकी का जन्म दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. उन्होंने नई दिल्ली के सलवान गर्ल्स पब्लिक स्कूल से स्कूली शिक्षा पूरी की और कमला नेहरू कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. जिसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्पोर्ट्स डिग्री और SAI पटियाला से स्पोर्ट्स डिप्लोमा भी किया. वह वर्तमान में दिल्ली पब्लिक स्कूल आरके पुरम में एक फिजिकल एजुकेशन ट्रेनर के रूप में कार्यरत हैं. दिल्ली पब्लिक स्कूल ही वह स्थान जिसने उन्हें लॉन बाउल्स के खेल से परिचित कराया गया था. उन्होंने 2007 में पहले लॉन बाउल नेशनल में भाग लिया था.

नयन मोनी सैकिया: नयनमोनी का जन्म असम के जिला गोलाघाट में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. उनके पिता किसान हैं और मां गृहिणी हैं. वह बचपन से खेल के प्रति जुनूनी है. उन्होंने 2008 में भारोत्तोलन के माध्यम से खेल में अपना करियर शुरू किया. लेकिन पैर की एक चोट के कारण उनका प्रदर्शन बिगड़ता रहा. बाद में उन्होंने चोटों के बिना इस खेल के रूप में लॉन बाउल को चुना. समय के साथ, लॉन बाउल उनका जुनून बन गया और वह राष्ट्रीय टीम की प्रमुख खिलाड़ी बन गई. वह वर्तमान में 2011 से असम वन विभाग में कार्यरत हैं.

रूपा रानी टिर्की: रूपा का जन्म झारखंड के रांची में हुआ था. उन्होंने सेंट आन गर्ल्स हाई स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की. उन्होंने गोस्सनर कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की और वर्तमान में 2020 से झारखंड राज्य सरकार के खेल विभाग में जिला खेल अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. टिर्की ने तीन राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में ट्रिपल में, 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में ट्रिपल और फोर में, 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में जोड़े और फोर्स में.

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