मनीष मौन मुकाबले के दौरान आक्रामक मुद्रा में
खास बातें
- मंगलवार को अब मुकाबला विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता से
- लवलीना की भी 5-0 से एकतरफा जीत
- भाग्यवती ने जर्मनी की इरिना इरिना श्कोनबर्गर को 4 - 1 से हराया
नई दिल्ली: भारत की युवा मुक्केबाज मनीषा मोन (54 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) और भाग्यवती काचरी (81 किग्रा) ने रविवार को यहां केडी जाधव हाल में अपने मुकाबले जीतकर विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया. भारत की प्रतियोगिता में अभी तक आठ मुक्केबाज रिंग में उतरी हैं और सभी ने शानदार जीत से अगले दौर में प्रवेश किया है. दोपहर के सत्र में भारत की शुरूआत युवा मनीषा ने की, जिन्होंने मौजूदा विश्व चैम्पियन कजाखस्तान की डिना जोलामैन को 5 – 0 से परास्त किया.
पिछले मुकाबले में अमरीका की अनुभवी व पिछली विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदकधारी क्रिस्टीना क्रूज को शिकस्त देने वाली मनीषा पोलैंड में हुए टूर्नामेंट में भी डिना को हरा चुकी हैं. अब पदक दौर में पहुंचने के लिए उनका सामना मंगलवार को शीर्ष वरीय और 2016 विश्व चैम्पयनिशप की रजत पदक विजेता स्टोयका पैट्रोवा से होगा. मनीषा ने अपने प्रतिद्वंदी से लंबे होने का फायदा उठाया। उन्होंने फिर से दूर से खेलते हुए दाएं और बाएं हाथ के पंच लगाने की अपनी रणनीति कायम रखी जिसका नतीजा फिर उनके हक में रहा. पांचों जज ने उन्हें 30–27, 30–27, 30–27, 29-28, 29-28 अंक प्रदान किए.
वहीं, लवलीना ने दिन की दूसरे मुकाबले में पनामा की एथेयना बाईलोन को सर्वसम्मत फैसले में 5 –0 से हराया. इस मुकाबले में हालांकि दोनों मुक्केबाजों ने कई बार एक दूसरे को नीचे गिराया. असम की यह मुक्केबाज काफी मजबूत है और उसने शुरू से ही आक्रामकता अख्तियार की लेकिन पनामा की एथेयना अपने रक्षण से उन्हें दूर रखने की कोशिश की. भारतीय मुक्केबाज हालांकि जजों के फैसले में अव्वल उतरीं. उन्हें सभी पांचों जज ने 30–27 समान अंक दिए. अब लवलीना मंगलवार को आस्ट्रेलिया की काये फ्रांसेस स्कॉट से भिड़ेंगी जिन्होंने एक अन्य मुकाबले में कजाखस्तान की अकरके बखितजान को 5 –0 से पराजित किया.
भाग्यवती ने लाइट हेवीवेट के शुरूआती दौर के मुकाबले में जर्मनी की इरिना श्कोनबर्गर को 4 - 1 से हराया और अब वह 20 नवंबबर को यूक्रेन की अनास्तासिया चेरनोकोलेंको और जेसिका पाओला के बीच शाम के सत्र में होने वाले मुकाबले की विजेता से भिड़ेंगी. भाग्यवती को लंबाई कम होने के कारण जर्मनी की मुक्केबाज के खिलाफ थोड़ा ज्यादा प्रयत्न करना पड़ा। हालांकि उनका पैर का मूवमेंट थोड़ा कमजोर लगा लेकिन वह जबरदस्त मुक्कों की बदौलत जीत दर्ज करने में कामयाब रहीं.
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भारतीय महिला टीम के कोच इटली के रफाएल बर्गामास्को ने कहा कि उसकी लंबाई थोड़ी कम थी और उसका पैर का मूवमेंट थोड़ा धीमा है लेकिन कुछ समय बाद वह निश्चित रूप से इसमें सुधार कर लेगी. वह कुछ समय पहले ही राष्ट्रीय शिविर से जुड़ी है, बदलाव करने में थोड़ा समय जरूर लगेगा. युवा चीजें जल्दी सीख लेते हैं