बैडमिंटन के भविष्य को लेकर चिंतित हैं राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद
खास बातें
- अच्छे कोचों की कमी से चिंतित है राष्ट्रीय कोच गोपीचंद
- पीवी सिंधु से पहले साइना नेहवाल के कोच भी रह चुके हैं गोपीचंद
- गोपीचंद ने कहा, हमने कोचों में पर्याप्त निवेश नहीं किया है
हैदराबाद: भारत भले ही पीवी सिंधु (PV Sindhu) के रूप में अपने पहले वर्ल्ड चैंपियन (World Badminton Championship) की सफलता का जश्न मना रहा हो लेकिन राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद (Pullela Gopichand) बैडमिंटन के भविष्य को लेकर चिंतित है. गोपीचंद का मानना है कि देश ने 'कोचों में पर्याप्त निवेश' नहीं किया है. ओलिंपिक रजत पदक विजेता सिंधु रविवार को बैडमिंटन में भारत की पहली वर्ल्ड चैंपियन बनी जब उन्होंने फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा (Nozomi Okuhara) को सीधे सेटों में हराया. गोपीचंद का हालांकि मानना है कि देश को यह तथ्य स्वीकार करना होगा कि तेजी से सामने आ रही प्रतिभा को संभालने के लिए पर्याप्त कोच नहीं हैं. गोपीचंद ने सिंधु की मौजूदगी में प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'हमने कोचों में पर्याप्त निवेश नहीं किया है.'
हैदराबाद लौटकर बोली पीवी सिंधु, ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतना सर्वोच्च प्राथमिकता
द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता पुलेला गोपीचंद (Pullela Gopichand) को सिंधु ही नहीं बल्कि साइना नेहवाल (Saina Nehwal) और के श्रीकांत (K Srikanth) सहित अन्य खिलाड़ियों को निखारने का श्रेय भी जाता है. उन्होंने कहा, 'हम स्तरीय कोच तैयार नहीं कर पा रहे हैं और यह ट्रेनिंग कार्यक्रम नहीं है. यह हमारे आसपास के माहौल से जुड़ा मामला है. इसलिए हमें इस खाई को पाटने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है.' गोपीचंद ने कहा कि टीम के साथ दक्षिण कोरिया के किम जी ह्युन जैसे कुछ विदेशी कोच हैं लेकिन सामने आ रही प्रतिभा को संभलाने के लिए अधिक कोचों की जरूरत है.
वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियन पीवी सिंधु ने की PM नरेंद्र मोदी से मुलाकात..
गोपीचंद (Pullela Gopichand) ने कहा कि अनुभवी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के खिलाफ मैचों की रणनीति बनाने के लिए अधिक कोचों की जरूरत है. उन्होंने कहा, 'हमने इसे हासिल नहीं किया है. उम्मीद करता हूं कि जब इस पीढ़ी के लोग जाएंगे तो हमें असल में ये लोग मिलेंगे. अगर ये लोग दोबारा कोचिंग से जुड़ते हैं तो हमें उतने कोच मिल जाएंगे जितने की जरूरत है.' पूर्व ऑल इंग्लैंड चैंपियन गोपीचंद ने कहा कि व्यस्त कार्यक्रम के कारण भी अधिक कोचों और फिजियोथेरेपिस्ट की जरूरत है.
वीडियो: बैडमिंटन के राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने एनडीटीवी से की खास बात.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)